SRMU में हंगामे पर CM योगी सख्त, IG अयोध्या करेंगे लाठीचार्ज की जांच, कोतवाल-चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर
- Shubhangi Pandey
- 02 Sep 2025 04:59:50 PM
बाराबंकी के श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में छात्रों के प्रदर्शन पर पुलिस के लाठीचार्ज ने तूल पकड़ लिया है। 1 सितंबर 2025 को हुए इस हंगामे में कई छात्र घायल हुए जिन्हें मेयो और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लिया और IG अयोध्या प्रवीण कुमार को जांच सौंप दी। साथ ही बाराबंकी के सीओ सिटी हर्षित चौहान को निलंबित कर दिया गया। नगर कोतवाल राम किशुन राना, गदिया चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह और चौकी के सभी कर्मचारी लाइन हाजिर किए गए हैं। योगी ने अयोध्या मंडलायुक्त को यूनिवर्सिटी की लॉ डिग्री की वैधता की जांच के भी आदेश दिए हैं।
क्यों भड़के छात्र?
SRMU के छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने बिना बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) की मान्यता के BA LLB, BBA LLB और LLB कोर्स चलाए। छात्रों का कहना है कि 2023-24 में BCI की मान्यता खत्म होने के बाद भी दाखिले लिए गए जिससे उनके डिग्री की वैल्यू खतरे में है। गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर और पास की गदिया पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और देवा-चिनहट रोड जाम करने की कोशिश की। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस झड़प में कई छात्रों को चोटें आईं।
पुलिस और यूनिवर्सिटी का पक्ष
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि छात्रों और कुछ लोगों के बीच झड़प से माहौल बिगड़ा। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। अभी कोई लिखित शिकायत नहीं मिली लेकिन वीडियो फुटेज की जांच हो रही है। अपर पुलिस अधीक्षक विकास चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि अब स्थिति शांत है। उधर, यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार प्रोफेसर नीरजा जिंदल ने दावों को खारिज करते हुए कहा कि लॉ कोर्स को BCI से पूरी मान्यता है। उन्होंने कहा, "2022-23 के लिए BCI ने अनुमोदन दस्तावेज अपनी वेबसाइट पर डाले हैं और 2027 तक संबद्धता शुल्क जमा है। कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं।"
ABVP का गुस्सा, विरोध तेज
इस घटना में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) भी कूद पड़ा। संगठन के पदाधिकारी आकाश शुक्ला ने पुलिस पर छात्रों को बेरहमी से पीटने का आरोप लगाया। ABVP ने सोमवार रात बाराबंकी में प्रदर्शन किया और यूनिवर्सिटी के कुलपति शशांक त्रिपाठी का पुतला जलाया। संगठन के अवध प्रांत सचिव पुष्पेंद्र बाजपेयी ने कहा, "जब तक कुलपति खुद छात्रों से बात नहीं करते, निष्कासित छात्रों को बहाल नहीं किया जाता और डिग्री की मान्यता स्पष्ट नहीं होती, विरोध जारी रहेगा।" ABVP ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक मार्च निकाला और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
CM योगी का सख्त रुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाठीचार्ज पर नाराजगी जताई और तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। IG अयोध्या को जांच के साथ-साथ ये सुनिश्चित करने को कहा गया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। डिग्री की वैधता की जांच मंडलायुक्त को सौंपी गई है ताकि छात्रों का भरोसा बहाल हो। ये मामला न सिर्फ SRMU की साख पर सवाल उठा रहा है बल्कि निजी यूनिवर्सिटीज की जवाबदेही पर भी बहस छेड़ रहा है।
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