Jhansi में खाद की किल्लत से किसान परेशान, सुबह 4 बजे से लाइन में लगे फिर भी खाली हाथ लौटे अन्नदाता
- Ankit Rawat
- 12 Sep 2025 05:26:36 PM
झांसी जिले के टहरौली क्षेत्र में इन दिनों खाद की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। बमनुआं गांव की किसान सेवा साधन सहकारी समिति पर हालात ऐसे हो गए हैं कि किसानों को तड़के सुबह 4 बजे उठकर लाइन में लगना पड़ रहा है। इसके बावजूद ज्यादातर किसान निराश होकर खाली हाथ घर लौट रहे हैं। गुरुवार सुबह भी कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। सैकड़ों किसान खाद के लिए समिति पहुंचे। देखते ही देखते वहां भीड़ जमा हो गई। हालात बेकाबू न हों, इसके लिए प्रशासन की ओर से टोकन वितरण की व्यवस्था की गई थी। लेकिन समिति पर पहुंचे करीब 300 से ज्यादा किसानों में से केवल 160 को ही टोकन मिल पाए। बाकियों को बिना खाद के लौटना पड़ा।
घंटों लगे रहे लाइन में फिर भी खाली हाथ लौटे
बमनुआं के बुजुर्ग किसान मोहन ने बताया कि वह सुबह चार बजे ही समिति पहुंच गए थे। चार घंटे तक लाइन में लगे रहने के बाद भी उन्हें टोकन नहीं मिला। जब उनकी बारी आई, तब बताया गया कि टोकन खत्म हो गए हैं। उन्होंने कहा, "हम मेहनत करके खेत तैयार करते हैं, लेकिन खाद नहीं मिलने से सारी मेहनत बेकार जा रही है।" किसानों का कहना है कि खाद की कमी से रबी फसल की बुवाई प्रभावित हो रही है। खेत तैयार हैं, लेकिन खाद के बिना काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इस स्थिति से किसान काफी तनाव में हैं।
किसान संगठनों ने भी जताई नाराजगी
इस मुद्दे को लेकर किसान यूनियन ने नाराजगी जताई है। यूनियन ने कहा कि प्रशासन व्यवस्था में लापरवाही कर रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को सुबह-सुबह लाइन में खड़ा करना एक तरह का मानसिक शोषण है। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि किसानों को समय पर राहत मिल सके।उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही खाद की सप्लाई नहीं बढ़ाई गई तो यूनियन बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी। कुल मिलाकर, झांसी के किसानों की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। खेतों में मेहनत करने वाला अन्नदाता अब खाद के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। प्रशासन और सरकार को जल्द ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि किसानों को राहत मिल सके और रबी की बुवाई समय पर पूरी हो सके।
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