‘UP बना मिनी Pakistan’! Meerut में मंच से गरजे Jagadguru Srirambhadracharya, बोले- अब ओम शांति नहीं, ओम क्रांति चाहिए
- Ankit Rawat
- 12 Sep 2025 05:33:45 PM
मेरठ के विक्टोरिया पार्क में आयोजित कथा कार्यक्रम के दौरान जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य के बयान ने माहौल गर्मा दिया। कथा से पहले चरण पादुका पूजन हुआ और फिर जगद्गुरु ने मंच से बेहद तीखे बोल बोले। उन्होंने कहा कि आज हिंदू धर्म पर बड़ा संकट है और अब हिंदुओं को मुखर होना पड़ेगा।
‘यूपी मिनी पाकिस्तान लगता है’
जगद्गुरु ने कहा कि अब ऐसा लगता है जैसे उत्तर प्रदेश मिनी पाकिस्तान बनता जा रहा है। हिंदू अपने ही देश में सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब हर घर को हिंदू धर्म की पाठशाला बनाना पड़ेगा। हर माता-पिता को अपने बच्चों को धर्म की शिक्षा देनी होगी क्योंकि अब चुप बैठने का समय नहीं है।
‘अब कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं’
श्रीरामभद्राचार्य ने आगे कहा कि हमारा सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास करता है। हम किसी से बैर नहीं रखते लेकिन अब अगर कोई हिंदुओं को छेड़ेगा तो छोड़ेंगे भी नहीं। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हर हिंदू को याद रखना चाहिए। बिना अपराध के हिंदुओं की हत्याएं की जा रही हैं। उन्होंने मंच से दो टूक कहा कि अब ऐसे लोगों को खत्म कर देना चाहिए जो हिंदुओं को मारते हैं।
‘अब ओम शांति नहीं, ओम क्रांति चाहिए’
कथा में जगद्गुरु ने कहा कि अब वक़्त आ गया है जब हम ‘ओम शांति शांति’ छोड़कर ‘ओम क्रांति क्रांति’ की बात करें। उन्होंने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं की पहचान पूछकर हत्याएं की गईं तो हमने भी जवाब दिया और पड़ोसी देश को नानी याद आ गई। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अब समय आ गया है सजग और संगठित होने का।
हर हिंदू के तीन बच्चे होने चाहिए
जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य ने मंच से हिंदू परिवारों को सलाह दी कि हर हिंदू परिवार में कम से कम तीन संतान होनी चाहिए ताकि धर्म की नींव मजबूत हो। उन्होंने कहा कि जनसंख्या संतुलन बिगड़ रहा है और इस पर अब जागरूकता की ज़रूरत है।
बीरबल-अकबर की कहानी से समझाया अवतार का मतलब
कथा के अंत में जगद्गुरु ने एक रोचक प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि एक बार अकबर ने बीरबल से पूछा कि भगवान को अवतार लेने की क्या ज़रूरत है। बीरबल ने उसके बेटे का पुतला बनाकर नदी में फेंक दिया। जब अकबर ने बिना सोचे नदी में छलांग लगाई तो बीरबल ने कहा कि जैसे बेटा संकट में हो तो पिता पीछे नहीं हटता, वैसे ही भगवान भी संकट में अपने भक्तों के लिए अवतार लेते हैं।
जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य के इन बयानों से जहां उनके समर्थकों में जोश दिखा वहीं राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उनके तीखे शब्दों और आक्रामक तेवरों ने साफ कर दिया कि अब संत समाज भी चुप बैठने के मूड में नहीं है।
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