Kanpur Mirza Group पर 110 घंटे की IT रेड, 350 करोड़ टैक्स चोरी का खुलासा, Red Tape ब्रांड पर कसा शिकंजा
- Ankit Rawat
- 16 Sep 2025 03:14:59 PM
कानपुर के मशहूर चमड़ा निर्यातक मिर्जा इंटरनेशनल ग्रुप पर आयकर विभाग ने बड़ा धावा बोला है। 11 सितंबर से शुरू हुई ये कार्रवाई 5 दिनों तक चली। कुल 110 घंटे की जांच में 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स चोरी का राज खुल गया। विभाग ने 200 से अधिक अधिकारियों की टीमों के साथ ग्रुप के 38 ठिकानों पर छापा मारा। ये ठिकाने कानपुर उन्नाव लखनऊ दिल्ली नोएडा उत्तराखंड और कोलकाता में फैले थे। मिर्जा ग्रुप रेड टेप ब्रांड के जूतों के लिए जाना जाता है। वो 24 देशों में निर्यात करता है। लेकिन अब टैक्स चोरी फर्जी बिलिंग और अनअकाउंटेड डील्स के आरोप लगे हैं।
ऐसे कर डाला बड़ा खेल!
जांच में पता चला कि ग्रुप ने शेल कंपनियों के जरिए बोगस खरीद-फरोख्त का खेल खेला। कच्चे माल की खरीद के बिलों में हेराफेरी कर इनपुट टैक्स क्रेडिट का गलत फायदा उठाया। उन्नाव और काशीपुर की फैक्ट्रियों में अफसरों ने टेनरी पैकिंग यूनिट और निर्यात रिकॉर्ड्स की बारीकी से छानबीन की। कानपुर के जाजमऊ और मालरोड दफ्तरों में भी टीमें डेरा डाले रहीं। मैनेजिंग डायरेक्टर फराज मिर्जा और दूसरे निदेशकों से घंटों पूछताछ हुई। उनके लैपटॉप मोबाइल फोन और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर लिए गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती आंकड़ों में ही 350 करोड़ की चोरी पकड़ी गई लेकिन पूरी जांच के बाद ये रकम और बढ़ सकती है।
बैंक लॉकरों से 15 करोड़ की रिकवरी
छापे में 17 बैंक लॉकरों की तलाशी ली गई। लेकिन सिर्फ तीन ही खुले। उनमें से 15 करोड़ रुपये की ज्वेलरी और नकदी बरामद हुई। विभाग अब इन संपत्तियों के स्वामित्व की जांच कर रहा है। शक है कि इन्हें टैक्स से बचाने के लिए छिपाया गया था। ग्रुप के सहयोगी कारोबारियों के ठिकानों पर भी हाथ डाला गया। फर्जी बिलिंग से राजस्व को भारी नुकसान हुआ। विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसी चोरियां न सिर्फ सरकार के पैसे चुराती हैं बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को कमजोर करती हैं। मिर्जा ग्रुप ने कार्रवाई पर कोई बयान नहीं दिया।
औद्योगिक हलकों में हड़कंप
कानपुर के चमड़ा उद्योग में ये छापा हंगामा मचा रहा है। निर्यात पर निर्भर ये सेक्टर पहले से चुनौतियों से जूझ रहा है। स्थानीय व्यापारी चिंतित हैं कि जांच का असर पूरे बिजनेस पर पड़ेगा। आयकर विभाग ने कहा कि ये अभियान टैक्स अनुपालन को मजबूत करने के लिए है। आगे और खुलासे हो सकते हैं। विभाग ने दूसरे संदिग्ध डील्स पर नजर रखने का वादा किया। ये कार्रवाई काले धन के खिलाफ सरकार की मुहिम का हिस्सा लग रही है। चमड़ा निर्यातकों को अब सतर्क रहना होगा। ग्रुप की ग्लोबल पहुंच के बावजूद लोकल टैक्स नियमों का पालन न करने से ये मुश्किल आई।
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