अंबेडकरनगर में एचआईवी का खतरा बढ़ा, छह माह में 112 नए मरीज, चार की मौत
- Shubhangi Pandey
- 17 Sep 2025 01:45:06 PM
अंबेडकरनगर जिले में एचआईवी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. पिछले छह महीनों में यहां 112 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. चिंताजनक बात ये है कि इनमें से ज्यादातर वे लोग हैं जो काम की तलाश में दूसरे राज्यों में गए थे और लौटकर संक्रमण की चपेट में आए. इसके बाद उनके संपर्क में आने वाली कई महिलाएं भी संक्रमित हो गईं.
गर्भवती महिलाओं में भी एचआईवी की पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक चार गर्भवती महिलाओं में एचआईवी की पुष्टि हुई है. इनमें से एक महिला ने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है. राहत की बात ये रही कि विभाग की सक्रिय निगरानी और समय पर इलाज की वजह से नवजात संक्रमण से सुरक्षित है.
2005 से अब तक 2,040 लोग संक्रमित
अंबेडकरनगर में साल 2005 से संपूर्ण सुरक्षा केंद्र के जरिए एचआईवी मरीजों का रिकॉर्ड रखा जा रहा है. आंकड़ों के अनुसार अब तक 2,040 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 160 लोगों की मौत हो चुकी है. सिर्फ मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही संक्रमण और मौतों के आंकड़े तेजी से बढ़े हैं. पिछले साल पूरे 12 महीनों में दो मौतें हुई थीं जबकि इस बार छह महीने में ही चार मरीजों की जान जा चुकी है.
आधे साल में ही पिछले साल का रिकॉर्ड पार
पिछले साल पूरे साल में 138 नए मामले सामने आए थे. इस बार केवल छह महीनों में ही 112 मरीज एचआईवी से संक्रमित पाए गए हैं. वर्तमान में जिले में 1,880 एक्टिव मरीज हैं. इनमें से 1,689 मरीज जिला अस्पताल के संपूर्ण सुरक्षा केंद्र से दवाएं ले रहे हैं. बाकी मरीज लखनऊ और आसपास के जिलों में इलाज करा रहे हैं.
जागरूकता अभियान के बावजूद लापरवाही
केंद्र और राज्य सरकार लगातार एचआईवी से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चला रही है. मुफ्त जांच और निःशुल्क दवाओं की सुविधा भी दी जा रही है. इसके बावजूद संक्रमण पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जागरूकता की कमी और असुरक्षित यौन संबंध जैसी आदतें इसकी बड़ी वजह हैं.
मजदूर वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित
जिले में लौटे प्रवासी मजदूरों के संक्रमित होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि ये लोग दूसरे राज्यों में रहते हुए संक्रमण का शिकार हो जाते हैं और घर लौटने पर संक्रमण की चेन और फैल जाती है.
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