IPS अधिकारी के भाई से बदसलूकी पर 30 मिनट में गिरी गाज, बोला ‘हम पुलिस में हैं, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता’
- Shubhangi Pandey
- 01 Nov 2025 06:08:56 PM
कानपुर में पुलिस विभाग की साख पर दाग लगाने वाली घटना सामने आई। दो सिपाहियों ने नशे की हालत में एक आईपीएस अधिकारी के भाई के साथ बदसलूकी की और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए धमकाने लगे। शिकायत मिलते ही पुलिस ने 30 मिनट के अंदर एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि दूसरा सिपाही मौके से फरार हो गया।
नशे में धुत सिपाही बोले—हम पुलिस में हैं, जो करना है कर लो
घटना कानपुर के लक्ष्मण बाग ऑफिसर्स कॉलोनी की है। यहां डीसीपी ईस्ट के एस्कॉर्ट में तैनात गाजियाबाद निवासी कांस्टेबल ड्राइवर अंकुर और उसका साथी कांस्टेबल प्रवीण रात में पहुंचे। दोनों नशे में थे और कॉलोनी में घूम रहे एक युवक को रोक लिया। युवक दरअसल एसीपी स्वरूप नगर, आईपीएस सुमित सुधाकर रामटेके का छोटा चचेरा भाई था जो खाना खाने के बाद टहलने निकला था। दोनों सिपाहियों ने पहले उससे पूछताछ की, फिर गाली-गलौज करने लगे। जब युवक ने बताया कि वो एक आईपीएस अधिकारी का भाई है, तो दोनों और भड़क गए। एक सिपाही ने धमकी दी—“हम पुलिस में हैं, जिसे बुलाना है बुला लो, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
आईपीएस ने तुरंत दिया एक्शन ऑर्डर
घटना की जानकारी मिलते ही एसीपी रामटेके ने किदवई नगर से कॉलोनी में तैनात फोर्स को मौके पर भेजा। कार्यवाहक थाना प्रभारी गोपीचंद टीम लेकर पहुंचे। पुलिस ने जब सिपाहियों को पकड़ने की कोशिश की तो उन्होंने हाथापाई शुरू कर दी। इस दौरान प्रवीण मौके से भाग निकला लेकिन अंकुर को किसी तरह काबू में कर लिया गया।
मेडिकल में नशे की पुष्टि
गिरफ्तारी के बाद अंकुर को मेडिकल जांच के लिए एलएलआर अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि वो शराब के नशे में था। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर शांति भंग की धाराओं में जेल भेज दिया। फरार सिपाही की तलाश जारी है। सीओ सदर अरीबा नोमान ने बताया कि दोनों सिपाहियों के खिलाफ विभागीय निलंबन की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे बेहद गंभीर मामला मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
आईपीएस बोले— बताया कि मैं पुलिस में हूं तो और भड़क गए
आईपीएस सुमित सुधाकर रामटेके ने बताया कि उनका भाई महाराष्ट्र से कुछ दिनों के लिए गोरखपुर आया था। वो मेडिकल की पढ़ाई करता है और बीमार था। जब उसने बताया कि वो आईपीएस का रिश्तेदार है तो सिपाही और उग्र हो गए। उन्होंने कहा, “ये बेहद शर्मनाक है कि पुलिस विभाग के लोग ही अनुशासन तोड़ रहे हैं। अगर समय रहते कार्रवाई न होती तो मामला और बिगड़ सकता था।” वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विभाग में अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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