Ghaziabad में Cyber ठगी का नया जाल! फर्जी RTO चालान से लाखों गायब, APK फाइल से अकाउंट साफ
- Ankit Rawat
- 26 Sep 2025 05:33:50 PM
गाजियाबाद में साइबर ठगों ने नया जाल बिछाया है। फर्जी RTO चालान के नाम पर भेजी गई APK फाइल डाउनलोड करते ही लोग लाखों रुपये गंवा रहे हैं। मुरादनगर के गौरव शर्मा के साथ ऐसा ही हुआ, जिनके खाते से ठगों ने 6.40 लाख रुपये साफ कर दिए। एक अन्य मामले में मोदीनगर के मनोज कुमार के खाते से 1 लाख रुपये उड़ा लिए गए। दोनों ने अनजाने में व्हाट्सएप पर आए फर्जी लिंक पर क्लिक कर लिया, जिसके बाद उनका फोन हैक हो गया। आइए जानें इस खतरनाक साइबर फ्रॉड की पूरी कहानी और बचाव के तरीके।
गौरव के खाते से 6.40 लाख गायब
मुरादनगर के अबूपुर निवासी गौरव शर्मा के फोन पर 19 सितंबर को कई मैसेज आए। चेक करने पर पता चला कि उनका फोन कॉल फॉरवर्डिंग पर सेट था। थोड़ी देर बाद बैंक से मैसेज आया कि उनके खाते से दो बार में 6.40 लाख रुपये निकल गए। गौरव ने फोन खंगाला तो पाया कि उनके परिवार के व्हाट्सएप ग्रुप में उनके कजिन के बेटे ने ‘RTO ट्रैफिक चालान’ नाम की APK फाइल शेयर की थी, जिसे उन्होंने गलती से डाउनलोड कर लिया। इस फाइल ने उनका फोन हैक कर लिया। गौरव ने तुरंत बैंक में खाता ब्लॉक कराया और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस अब ठगी गई रकम को फ्रीज करने और ठगों के खातों का पता लगाने में जुटी है।
मोदीनगर में मनोज की आपबीती
मोदीनगर में नौकरी करने वाले हापुड़ के मनोज कुमार भी साइबर ठगों का शिकार बने। बुधवार को उनके फोन की सभी ऐप्स अचानक बंद हो गईं। उन्होंने फोन रीस्टार्ट किया और कस्टमर केयर से संपर्क किया, लेकिन कुछ सही नहीं हुआ। देर शाम फोन अपने आप ठीक हो गया, लेकिन रात को खाता चेक करने पर पता चला कि 1 लाख रुपये कई किस्तों में निकाले जा चुके हैं। मनोज ने तुरंत पुलिस में शिकायत की। जांच में पता चला कि उनके फोन में भी फर्जी APK फाइल ने सेंध लगाई थी। पुलिस अब इस मामले की तह तक जा रही है।
कैसे काम करता है ये स्कैम?
साइबर ठग व्हाट्सएप या SMS पर ‘RTO ट्रैफिक चालान’ या ‘mParivahan.apk’ जैसे नामों से फर्जी APK फाइल भेजते हैं। ये मैसेज सरकारी नोटिस जैसे दिखते हैं, जिसमें वाहन नंबर और चालान की डिटेल होती है। जैसे ही कोई इस फाइल को डाउनलोड करता है, फोन में मैलवेयर घुस जाता है। ये मैलवेयर SMS, OTP, बैंक डिटेल्स और चैट तक चुरा लेता है। ठग रिमोटली फोन को कंट्रोल कर खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।
पुलिस की चेतावनी
एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने बताया कि ठगों की तलाश जारी है और रकम फ्रीज करने की कोशिश हो रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनजान लिंक या APK फाइल कभी डाउनलोड न करें। चालान चेक करने के लिए सिर्फ सरकारी वेबसाइट echallan.parivahan.gov.in इस्तेमाल करें। अगर गलती से फाइल डाउनलोड हो जाए तो तुरंत फोन को एयरप्लेन मोड पर करें, बैंक को सूचित करें और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करें।
सावधानी ही बचाव
ये साइबर ठगी का नया तरीका तेजी से फैल रहा है। गाजियाबाद में आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। एक छोटी सी गलती आपकी मेहनत की कमाई छीन सकती है। फोन को अपडेट रखें, एंटीवायरस इस्तेमाल करें और अनजान मैसेज से सावधान रहें। साइबर ठगों से बचने का सबसे बड़ा हथियार है जागरूकता।
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