NEET छात्र दीपक गुप्ता की हत्या का बदला! रामपुर में STF ने ढेर किया कुख्यात जुबैर
- Shubhangi Pandey
- 27 Sep 2025 03:42:14 PM
गोरखपुर में 19 साल के NEET छात्र दीपक गुप्ता की निर्मम हत्या के मुख्य आरोपी मोहम्मद जुबैर उर्फ कालिया को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने रामपुर में मुठभेड़ में मार गिराया। 26 सितंबर 2025 की रात गंज थाना क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ में जुबैर पुलिस की गोली से घायल हुआ और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। जुबैर पर 1 लाख रुपये का इनाम था और वो गौ तस्करी के साथ-साथ कई गंभीर अपराधों में शामिल था।
क्या हुआ मुठभेड़ में?
मुरादाबाद रेंज के डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि शुक्रवार रात रामपुर के गंज थाना क्षेत्र में चाकू चौक से मंडी की ओर जाने वाले रास्ते पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी मोटरसाइकिल पर दो लोग दिखे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो भागने लगे। जब पुलिस ने पीछा किया तो जुबैर ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई जिसमें जुबैर घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी, सब-इंस्पेक्टर राहुल जादौन और कॉन्स्टेबल संदीप कुमार भी घायल हुए। दोनों की हालत अब स्थिर है।
कौन था जुबैर उर्फ कालिया?
जुबैर उर्फ कालिया रामपुर के घेर मर्दान खां का रहने वाला था। पिछले आठ साल से वो गौ तस्करी में सक्रिय था और उसका आपराधिक रिकॉर्ड लंबा-चौड़ा था। रामपुर, गोंडा, बलरामपुर और गोरखपुर में उसके खिलाफ पशु क्रूरता, गौहत्या, हत्या का प्रयास और हत्या जैसे 18 मामले दर्ज थे। 1 लाख रुपये के इनाम के साथ वो पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में था। गोरखपुर हत्याकांड के बाद वो फरार था और लगातार ठिकाने बदल रहा था।
दीपक गुप्ता हत्याकांड की कहानी
16 सितंबर 2025 को गोरखपुर के पिपराइच में 19 साल के NEET छात्र दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। दीपक गांव में गौ तस्करों को पशु चोरी करते देखकर उनका पीछा कर रहा था। तस्करों ने उसे गाड़ी में खींच लिया और बेरहमी से पीटकर उसकी हत्या कर दी। उसका शव गांव से 4 किलोमीटर दूर पाया गया था। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया था। गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी और एक तस्कर की पिटाई कर उसे पुलिस को सौंप दिया।
योगी सरकार का सख्त रुख
इस हत्याकांड के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीपक के परिवार से मुलाकात की और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। पुलिस ने ऑपरेशन गोकशी शुरू कर तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने की मुहिम छेड़ी। चार अन्य आरोपियों- अजब हुसैन, छोटू, राजू और रहीम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। 35 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को लापरवाही के लिए निलंबित किया गया। जुबैर की मौत के साथ पुलिस ने गौ तस्करी के इस बड़े रैकेट को बड़ा झटका दिया है।
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