स्वामी चैतन्यानंद का फोन खुला तो सामने आई ‘गंदी बात’, जानिए क्या क्या मिला ?
- Shubhangi Pandey
- 30 Sep 2025 05:16:28 PM
दिल्ली के वसंत कुंज में श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट का नाम आज बदनामी में डूब गया है। दरअसल स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी पर 17 छात्राओं से यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं। दिल्ली पुलिस ने आगरा के होटल फर्स्ट से उसे गिरफ्तार किया और उसके फोन से जो कुछ निकला वो सनसनीखेज है। अश्लील चैट, गंदे स्क्रीनशॉट्स और छात्राओं की निजी फोटो सब मिला। ये सबूत उसके काले कारनामों को पक्का कर रहे हैं। सामने आया है कि चैतन्यानंद ने आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निशाना बनाया। विदेश यात्रा का लालच दिया और नहीं मानने पर एग्जाम में फेल करने की धमकी भी दी। वहीं पुलिस ने दो महिला वॉर्डन को भी पकड़ा है जो उसके साथ मिली हुईं थीं।
आगरा से हुई गिरफ्तारी
28 सितंबर 2025 को दिल्ली पुलिस की टीम आगरा पहुंची। चैतन्यानंद होटल फर्स्ट के रूम 101 में पार्थ सारथी नाम से छिपा था। वहां से उसे पकड़ा गया और दिल्ली लाया गया। जहां पटियाला हाउस कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी दी। पुलिस की पूछताछ में वो सहयोग नहीं कर रहा है। साथ ही पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश कर रहा है। उसके फोन से तीन डिवाइस बरामद हुए जिनमें महीनों पुरानी चैट्स भी हैं। छात्राओं ने बताया कि चैतन्यानंद रात के समय व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजता है। जैसे बेबी आई लव यू या मेरे रूम में आ जाओ।
साथ ही धमकी दी कि अगर मना किया तो एग्जाम में फेल कर दूंगा। ये मैसेज डिलीट करने में वॉर्डन ने मदद की है लेकिन पुलिस ने उसको रिकवर कर लिया है ।
फोन में अश्लील मैसेज से प्रोफाइल फोटो तक
पुलिस ने चैतन्यानंद के फोन चेक किए तो झटका तो उसमें दर्जनों अश्लील चैट मिलीं। छात्राओं की प्रोफाइल फोटो, स्क्रीनशॉट और निजी बातचीत सब बरामद हुआ है। जांचकर्ता कहते हैं ये सबूत यौन शोषण और ब्लैकमेल के आरोप मजबूत करते हैं। सबूतों से साफ है कि चैतन्यानंद छात्राओं के निजी जीवन में घुसपैठ करता था । अश्लील सवाल पूछता और धमकाता था।
पुलिस ने अब तक 32 छात्राओं के बयान दर्ज कर लिए हैं। जिनमें 17 ने शारीरिक छेड़छाड़, अभद्र भाषा और जबरदस्ती टच करने का आरोप लगाया। गौर करने वाली बात है कि ईडब्ल्यूएस स्कॉलरशिप वाली लड़कियों को खासतौर पर निशाना बनाया गया और उन्हें विदेश ट्रिप का लालच दिया।
दो महिला वॉर्डन अरेस्ट
चैतन्यानंद अकेला नहीं था। दो महिला वॉर्डन ने उसके साथ मिलकर छात्राओं को फंसाया था। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार किया है, फिलहाल पूछताछ चल रही है। ये भी सामने आया है कि वॉर्डन ने अश्लील मैसेज डिलीट करने में मदद की थी। साथ ही छात्राओं को उसके पास भेजा था। एक वॉर्डन ने तो खुद मैसेज फॉरवर्ड किए। पुलिस का कहना है कि ये तीनों मिले हुए थे। छात्राओं को लुभाने का काम वॉर्डन करतीं थीं और चैतन्यानंद शोषण करता। अब तीनों वॉर्डन के बयान रिकॉर्ड हो चुके हैं। इससे केस और मजबूत हो गया है। एनसीडब्ल्यू ने भी केस का संज्ञान लिया और दिल्ली पुलिस को तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया है।
यूएन एम्बेसडर बनकर ठगा
चैतन्यानंद सिर्फ शोषण तक सीमित नहीं था बल्कि उसने पैसों की धोखाधड़ी भी की। उसने फरार होने के बाद 60 लाख कैश निकाले और कुल 30 करोड़ से ज्यादा का हेरफेर किया। 20 करोड़ एक फर्जी ट्रस्ट में ट्रांसफर कर दिए। उसपर जमीन हड़पने के आरोप भी लगा है। उसके पास दो फर्जी विजिटिंग कार्ड भी मिले हैं। जिसमें एक में खुद को उसने यूएन का परमानेंट एम्बेसडर बताया है। दूसरे में बीआरआईसीएस का इंडियन स्पेशल एन्वॉय बताया है। इनका इस्तेमाल छात्राओं को इम्प्रेस करने में किया जाता था। यही नहीं वो वॉल्वो कार फर्जी नंबर प्लेट से चलाता था जिसको पुलिस ने जब्त कर लिया है। उसके बैंक अकाउंट्स और प्रॉपर्टी की जांच भी चल रही है।
चैतन्यानंद का काला इतिहास
पुलिस ने चैतन्यानंद को इंस्टीट्यूट ले जाकर पूछताछ की। वहां टॉर्चर रूम का राज खुला है। एक कमरा जहां छात्राओं को बुलाकर डराया जाता था। चैतन्यानंद ने कहा वो निर्दोष है लेकिन सबूत उसके खिलाफ हैं। अभी तक की जांच में पाया गया है कि उसने पहले भी कई कारनामे किए हैं-
2009 में डिफेंस कॉलोनी में चीटिंग और मोलेस्टेशन का केस
2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने शोषण की शिकायत की
2006 में भी फ्रॉड का मामला
कैसे फूटा ये बम?
सब कुछ 4 अगस्त 2025 से शुरू हुआ। वसंत कुंज नॉर्थ थाने में पहली एफआईआर दर्ज हुई। एक छात्रा ने शोषण की शिकायत की। फिर 15 से ज्यादा छात्राएं सामने आईं। एयर फोर्स हेडक्वार्टर ने इंस्टीट्यूट को लेटर भेजा था जिसमें अश्लील मैसेज और धमकियों का जिक्र किया गया। जिसके बाद चैतन्यानंद लंदन भागा लेकिन उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया।
पुलिस ने एफआईआर आईपीसी 420, 406 के तहत दर्ज की। अब 17 छात्राओं के केस दर्ज किए जा चुके हैं। ये वो लड़कियां हैं जो पीजीडीएम कोर्स कर रही थीं औऱ ईडब्ल्यूएस वाली हैं। चैतन्यानंद ने स्कॉलरशिप का ही फायदा उठाया, बेहतर ग्रेड्स का वादा किया लेकिन बदले में शोषण किया।
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