6 हजार करोड़ के Mahadev App घोटाले का आरोपी दुबई से फरार, India-UAE रिश्तों पर उठे सवाल
- Ankit Rawat
- 06 Nov 2025 07:43:06 PM
महादेव ऐप के 6 हजार करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ा मोड़ आ गया है। इस केस के हाई प्रोफाइल आरोपी रवि उप्पल के दुबई छोड़ने की खबर सामने आई है। उप्पल के खिलाफ भारत की तरफ से प्रत्यर्पण (एक्सट्रैडिशन) की रिक्वेस्ट पेंडिंग थी, इसके बावजूद उसका निकल जाना भारत और यूएई के रिश्तों पर सवाल खड़े कर रहा है।
दुबई पुलिस ने किया था रिहा
सूत्रों के मुताबिक रवि उप्पल को दिसंबर 2023 में इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस पर गिरफ्तार किया गया था। भारत ने उसी समय यूएई सरकार को औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा था। लेकिन अब खबर है कि दुबई पुलिस ने उप्पल को रिहा कर दिया। यूएई अधिकारियों का कहना है कि उन्हें भारत से कोई औपचारिक रिक्वेस्ट मिली ही नहीं, जबकि भारतीय एजेंसियों के पास इसका सबूत मौजूद है कि डॉक्यूमेंट समय पर भेजे गए थे।
अब तक का हाई-प्रोफाइल मामला
रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन सट्टा सिंडिकेट का प्रमुख माना जाता है। इस केस में ईडी और सीबीआई, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जुड़े 500 करोड़ रुपये से अधिक के किकबैक की जांच कर रही हैं। माना जा रहा था कि उप्पल की गिरफ्तारी इस केस में अहम सबूत दे सकती थी।
विदेश मंत्रालय से मदद मांग रही ED
एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने विदेश मंत्रालय (MEA) से इस मामले को सबसे ऊंचे स्तर पर उठाने की मांग की है। एजेंसी चाहती है कि यूएई भारत के साथ की गई एक्सट्रैडिशन ट्रीटी की शर्तों का पालन करे। वहीं अधिकारी हैरान हैं कि इतने बड़े आरोपी को कैसे रिहा कर दिया गया जबकि इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस अब भी एक्टिव है।
MEA की गाइडलाइंस पर उठे सवाल
विदेश मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुसार, किसी आरोपी की गिरफ्तारी के 45 से 60 दिन के भीतर औपचारिक एक्सट्रैडिशन रिक्वेस्ट भेजनी होती है। अगर आरोपी को रिहा भी कर दिया जाए, तो रिक्वेस्ट मिलने के बाद दोबारा अरेस्ट किया जा सकता है। अब सवाल ये है कि रवि उप्पल को रिहा करने के बाद भी UAE ने भारत को उसकी लोकेशन क्यों नहीं बताई।
सौरभ चंद्राकर भी गिरफ्त में
रवि उप्पल का साथी सौरभ चंद्राकर फिलहाल हिरासत में है। उसके खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था और छत्तीसगढ़ की स्पेशल कोर्ट ने नॉन-बेलेबल वारंट जारी किया था। माना जा रहा है कि उप्पल के भाग जाने से इस पूरे केस की जांच और जटिल हो सकती है। भारत और यूएई के बीच अब तक कई बार सफल प्रत्यर्पण हो चुके हैं, जिनमें ऑगस्टा वेस्टलैंड घोटाले का आरोपी क्रिश्चियन मिशेल भी शामिल है। लेकिन रवि उप्पल का दुबई से भाग जाना इस रिश्ते में पहली बार तनाव का संकेत माना जा रहा है।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *



