जेल में बैठा ठगी का बादशाह बना साइबर मास्टरमाइंड, जज को भेजा धमकी भरा मेल, जानिए पूरा मामला
- Shubhangi Pandey
- 09 Nov 2025 06:02:24 PM
उत्तर प्रदेश के जेल सिस्टम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 3700 करोड़ की ठगी के आरोपी अनुभव मित्तल ने जेल में बैठकर ऐसा कारनामा कर दिया जिसने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी। उसने हाईकोर्ट के जज को धमकी भरा ईमेल भेज दिया। खास बात ये है कि ईमेल किसी और के नाम से भेजा गया था ताकि उसे फंसाया जा सके।
जज को भेजा धमकी भरा मेल
घटना 4 नवंबर की है। अनुभव मित्तल को पेशी के लिए जेल से अदालत लाया गया था। इस दौरान उसने पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अजय कुमार से कहा कि उसे अपने केस का स्टेटस चेक करना है, इसलिए थोड़ी देर के लिए मोबाइल चाहिए। भरोसे में आकर सिपाही ने फोन दे दिया। इसी बीच अनुभव ने मोबाइल में नई ईमेल आईडी बनाई। फिर उस पर टाइमर सेट कर दिया और लखनऊ हाईकोर्ट बेंच के एक जस्टिस को धमकी भरा मेल भेज दिया। चालाकी इतनी थी कि मेल तुरंत नहीं गया बल्कि ऑटोमेटिक टाइम पर अगले दिन यानी 5 नवंबर सुबह 8:50 पर भेजा गया।
किसी और को फंसाने के लिए रचा पूरा खेल
जांच में सामने आया कि अनुभव मित्तल ने ये ईमेल अपने साथ जेल में बंद एक और आरोपी महेंद्र कुमार के नाम से भेजा था। मकसद था महेंद्र को फंसाना और खुद को बचाना। पुलिस ने जब ईमेल की जांच की तो पता चला कि मेल सिपाही अजय कुमार के फोन से भेजा गया था। अब पुलिस ने अनुभव मित्तल और सिपाही अजय कुमार दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
7 लाख लोगों से 3700 करोड़ की ठगी का आरोपी
अनुभव मित्तल वही शख्स है जिसने सोशल मीडिया पर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी की थी। 2017 में गिरफ्तारी के बाद से वो जेल में बंद है। अब तक उस पर 324 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बताया जाता है कि अनुभव ने देशभर के करीब 7 लाख लोगों को अपनी कंपनी के ज़रिए झांसा देकर 3700 करोड़ रुपए ठग लिए थे।
पुलिस लाइन के सिपाही पर भी गिरी गाज
धमकी भरे मेल का मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। सिपाही अजय कुमार को भी आरोपी बनाया गया है क्योंकि उसका फोन इस्तेमाल हुआ था। हालांकि जांच में ये साफ हुआ कि उसने जानबूझकर फोन नहीं दिया था बल्कि अनुभव की बातों में आ गया था।
साइबर क्राइम का नया चेहरा बना कैदी
इस घटना ने ये साबित कर दिया कि साइबर अपराधी जेल में बंद रहकर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। अब पुलिस ये जांच कर रही है कि अनुभव मित्तल ने ईमेल भेजने में और कौन-कौन से लोगों की मदद ली और क्या जेल में उसे मोबाइल या इंटरनेट तक पहुंच पहले से हासिल थी।
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