30 August को रहें सावधान! इन 5 राशियों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है दिन, जानें बचाव के उपाय
- Shubhangi Pandey
- 30 Aug 2025 03:33:54 PM
30 अगस्त 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कुछ राशियों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इस दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि रात 10:46 बजे तक रहेगी फिर अष्टमी शुरू होगी। विशाखा नक्षत्र दोपहर 2:37 बजे तक और उसके बाद अनुराधा नक्षत्र प्रभावी होगा। इंद्र योग दोपहर 3:10 बजे तक रहेगा फिर वैधृति योग शुरू होगा। चंद्रमा सुबह 7:53 बजे तक तुला राशि में रहेंगे फिर वृश्चिक राशि में चले जाएंगे। बुध शाम 4:48 बजे कर्क से सिंह राशि में गोचर करेंगे। ये ग्रह-नक्षत्र संयोग मिथुन, कन्या, तुला, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए चुनौतियां ला सकते हैं। आइए जानते हैं कि इन राशियों को किन बातों का ध्यान रखना है और कैसे बनाएं दिन को बेहतर-
मिथुन राशि: तनाव और विवाद से बचें
मिथुन राशि वालों के लिए चंद्रमा छठे भाव में वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा जो स्वास्थ्य और शत्रु से जुड़ा है। वैधृति योग और विशाखा नक्षत्र की उग्रता मानसिक तनाव या ऑफिस में विवाद की स्थिति पैदा कर सकती है। बुध के सिंह राशि में गोचर संचार से गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। इस दिन छोटी- मोटी स्वास्थ्य समस्याएं या काम में रुकावटें आ सकती हैं। भावनात्मक फैसले लेने से बचें और अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कामों में लगाएं।
उपाय: हनुमान चालीसा पढ़ें और लाल चंदन का तिलक लगाएं।
कन्या राशि: बातचीत में सावधानी बरतें
कन्या राशि वालों के लिए चंद्रमा तीसरे भाव में वृश्चिक राशि में होगा जो संचार और छोटी यात्राओं का घर है। अनुराधा नक्षत्र और विष्टि करण के प्रभाव से बातचीत में गलतफहमियां या यात्रा में देरी हो सकती है। बुध का सिंह राशि में गोचर खर्चे बढ़ा सकता है और मानसिक अशांति दे सकता है। कार्यक्षेत्र में जल्दबाजी से बचें और अपनी बात सावधानी से रखें।
उपाय: गाय को हरा चारा खिलाएं और भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाएं।
तुला राशि: पैसे और परिवार पर ध्यान दें
तुला राशि वालों के लिए चंद्रमा सुबह तक पहले भाव में फिर दूसरे भाव में वृश्चिक राशि में होगा जो धन और परिवार से जुड़ा है। वैधृति योग और विष्टि करण के कारण वित्तीय मामलों में सावधानी जरूरी है। अनावश्यक खर्च या परिवार में तनाव की आशंका है। शुक्र का कर्क राशि में होना भावनात्मक अस्थिरता दे सकता है। जोखिम भरे निवेश से बचें और परिवार के साथ धैर्य रखें।
उपाय: मां लक्ष्मी को सफेद फूल चढ़ाएं और ‘ॐ श्रीं लक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
कुंभ राशि: करियर में रखें संयम
कुंभ राशि वालों के लिए चंद्रमा दसवें भाव में वृश्चिक राशि में होगा जो करियर और प्रतिष्ठा से जुड़ा है। वैधृति योग और अनुराधा नक्षत्र कार्यस्थल पर दबाव या गलतफहमियां ला सकते हैं। राहु का कुंभ में होना और सूर्य-केतु का संयोजन आत्मविश्वास कम कर सकता है। सहकर्मियों के साथ संयम बरतें और जल्दबाजी से बचें।
उपाय: भगवान शिव को जल चढ़ाएं और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें।
मीन राशि: निर्णय लेने में सावधानी
मीन राशि वालों के लिए चंद्रमा नौवें भाव में वृश्चिक राशि में होगा जो भाग्य और शिक्षा से जुड़ा है। शनि का मीन में होना और चंद्रमा का गोचर मानसिक भ्रम या तनाव दे सकता है। विष्टि करण के कारण यात्रा या बड़े निर्णयों में देरी हो सकती है। धैर्य रखें और जोखिम भरे काम टालें।
उपाय: भगवान विष्णु को पीले फूल चढ़ाएं और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
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