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Navaratri 6th Day: मां कात्यायनी की आराधना से मिलता है दांपत्य सुख और साहस, जानें कैसे बदलें जीवन!

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शारदीय नवरात्रि का आज छठा दिन है और इस दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा का विशेष महत्व है। देवी कात्यायनी को साहस, शक्ति और दांपत्य सुख की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। मान्यता है कि इनकी उपासना से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

कौन हैं मां कात्यायनी?
पुराणों के अनुसार ऋषि कात्यायन ने मां दुर्गा की कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर मां ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लिया। इसी कारण ये कात्यायनी कहलाती हैं। मां का स्वरूप अत्यंत तेजस्वी और वीरता से भरा हुआ है। इनके चार हाथ हैं—एक हाथ में तलवार, दूसरे में कमल, तीसरे में वरमुद्रा और चौथे में अभयमुद्रा। मां की सवारी सिंह है, जो शक्ति और पराक्रम का प्रतीक है।

मां कात्यायनी की पूजा विधि
छठे दिन सूर्योदय से पहले स्नान करके साफ वस्त्र पहनने चाहिए। फिर पूजा स्थल पर कलश स्थापित कर मां कात्यायनी की प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाकर पूजा की जाती है। मां को पीले या सुनहरे रंग के फूल, गंध, धूप और नैवेद्य अर्पित करना शुभ माना जाता है। भक्तों को इस दिन मां का विशेष ध्यान करके ॐ देवी कात्यायन्यै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।

पूजा का महत्व
माना जाता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से विवाह योग्य कन्याओं को योग्य वर की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही विवाहित जीवन में आ रही परेशानियां भी दूर होती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां कात्यायनी की उपासना से ग्रहों का दोष भी दूर होता है और जीवन में आत्मविश्वास बढ़ता है।

प्रिय भोग और शुभ रंग
मां कात्यायनी को शहद का भोग अर्पित करना विशेष फलदायी माना जाता है। मां को लाल और सुनहरे रंग के फूल प्रिय हैं। वहीं नवरात्रि के छठे दिन का शुभ रंग सुनहरा बताया गया है। भक्त इस दिन इसी रंग के कपड़े पहनकर मां की आराधना करते हैं।

देशभर के मंदिरों में आज सुबह से ही मां कात्यायनी के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। कई जगहों पर विशेष पूजन और भजन संध्या का आयोजन हो रहा है। श्रद्धालु देवी के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना रहे हैं।

क्या है धार्मिक मान्यता?
मान्यता है कि छठे दिन की पूजा से रोग और शोक का नाश होता है और साधक को साहस, यश और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से मां कात्यायनी की आराधना करता है उसके जीवन की सभी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं।

कुल मिलाकर नवरात्रि का छठा दिन श्रद्धालुओं के लिए बेहद खास है। मां कात्यायनी की कृपा से भक्तों के जीवन में खुशहाली और शक्ति का संचार होता है। यही वजह है कि इस दिन देशभर में मां कात्यायनी की पूजा बड़े उत्साह और आस्था के साथ की जाती है।

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