दिवाली 2025 कब है 20 अक्टूबर या 21? जानिए तारीख, पूजा का मुहूर्त और आपके शहर में कब मनानी है लक्ष्मी पूजा
- Shubhangi Pandey
- 09 Oct 2025 01:50:53 PM
हर साल दिवाली की रात जब चारों तरफ दीयों की रोशनी होती है और मां लक्ष्मी के स्वागत में घर सजाए जाते हैं, तो पूरा देश एक साथ खुशी में झूम उठता है। लेकिन 2025 में एक खगोलीय उलझन ने दिवाली की तारीख को लेकर कंफ्यूजन खड़ा कर दिया है। कहीं 20 अक्टूबर को दिवाली बताई जा रही है तो कहीं 21 अक्टूबर को। ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि आखिर इस साल सही दिवाली कब मनाई जाएगी।
क्यों हो रहा है दिवाली की तारीख को लेकर भ्रम?
इस बार दिवाली की तारीख को लेकर असमंजस का कारण अमावस्या तिथि है। ज्योतिषों के मुताबिक दिवाली हमेशा अमावस्या की रात को मनाई जाती है, लेकिन 2025 में अमावस्या दो दिनों में फैली हुई है।
अमावस्या की शुरुआत: 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे
अमावस्या का समापन: 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे
इस वजह से कुछ शहरों में 20 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी तो कुछ जगह 21 अक्टूबर को।
आपके शहर में किस दिन मनानी चाहिए दिवाली?
ज्योतिषों के अनुसार दिवाली किस दिन मनानी है ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपके शहर में सूर्यास्त का समय क्या है। जिन जगहों पर सूर्यास्त शाम 5:30 बजे से पहले होता है, वहां 21 अक्टूबर को दिवाली मनानी चाहिए। वहीं जिन शहरों में सूर्यास्त 5:30 बजे के बाद होता है, वहां 20 अक्टूबर को ही दिवाली मनाई जाएगी। इसलिए दिवाली से पहले अपने शहर का सूर्यास्त समय जरूर चेक कर लें।
2025 में दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त
दृक पंचांग के मुताबिक 2025 में लक्ष्मी पूजा का सबसे शुभ समय इस प्रकार रहेगा:
लक्ष्मी पूजा की तारीख: सोमवार, 20 अक्टूबर 2025
लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त: शाम 7:08 से रात 8:18 बजे तक
प्रदोष काल: शाम 5:46 से रात 8:18 बजे तक
वृषभ काल: रात 7:08 से 9:03 बजे तक
पूजा की कुल अवधि: 1 घंटा 11 मिनट
अगर आप 21 अक्टूबर को दिवाली मना रहे हैं, तो अपने शहर के प्रदोष और वृषभ काल के अनुसार पूजा करें।
दिवाली का असली अर्थ
दिवाली सिर्फ दीयों का त्यौहार नहीं है, ये उम्मीद, प्रकाश और नए आरंभ का प्रतीक है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की पूजा की जाती है। लोग अपने घरों को साफ करते हैं, रंगोली बनाते हैं और दीप जलाकर अंधकार पर प्रकाश की जीत का जश्न मनाते हैं।
क्या कह रहे हैं ज्योतिषी?
एक अनुभवी ज्योतिषी ने बताया कि ये भ्रम कोई संयोग नहीं है। उन्होंने कहा, “ग्रहों की चाल इस साल बहुत कुछ सिखाने वाली है। जब इंसान सही समय पर सही निर्णय नहीं लेता, तो प्रकृति उसे खुद सिखाती है। दिवाली जैसे पर्व में भी ये संदेश छिपा है।”
बता दें कि 2025 में दिवाली की तारीख को लेकर भले ही असमंजस है, लेकिन सही जानकारी के साथ आप कंफ्यूजन से बच सकते हैं। अपने शहर के सूर्यास्त का समय देखकर तय करें कि दिवाली 20 को मनानी है या 21 को। एक बात पक्की है कि दिवाली जब भी मनेगी, वो उजाला और खुशी जरूर लेकर आएगी। चूंकि अलग-अलग शहरों में सूर्यास्त का समय अलग होता है, इसलिए अपने लोकल पंचांग या ज्योतिषी से भी सलाह जरूर लें।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *



