सर्दियों में कैसे करें लड्डू गोपाल की सेवा, जानिए क्या पहनाएं, क्या खिलाएं और किन बातों का रखें ध्यान
- Shubhangi Pandey
- 10 Nov 2025 12:11:12 PM
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही घर में पूजा-पाठ और ठाकुरजी की सेवा में भी बदलाव जरूरी हो जाता है। खासतौर परलड्डू गोपाल की सेवा में इस समय थोड़ा अतिरिक्त ध्यान देना पड़ता है ताकि उन्हें ठंड न लगे और उनकी सेवा सही तरीके से हो सके। आइए जानते हैं कि सर्दियों में लड्डू गोपाल जी की सेवा कैसे करें और किन बातों का खास ख्याल रखें।
लड्डू गोपाल को गर्म कपड़े पहनाएं
सर्दियों में गोपाल जी को हल्के कपड़ों की जगह ऊनी वस्त्र पहनाना चाहिए। मार्केट में खास तौर पर गोपाल जी के लिए ऊनी पगड़ी, कोट, शॉल और मोजे तक मिलते हैं। दिन में हल्के ऊनी कपड़े पहनाएं और रात में मोटा कम्बल या रजाई ओढ़ाएं। बाल गोपाल के लिए ऊनी टोपी और मफलर भी रख सकते हैं। इससे ठंड से बचाव के साथ ही गोपाल जी की मूर्ति में प्यारा आकर्षण भी बना रहेगा।
गर्म और पौष्टिक चीजें लगाएं भोग में
ठंड के मौसम में गोपाल जी को भी मौसम के अनुसार भोजन अर्पित करना चाहिए। तुलसी डालकर गर्म दूध, खीर, गुड़, लड्डू, मूंग दाल हलवा या सूखे मेवे से बनी मिठाई का भोग लगाएं। कोशिश करें कि भोग हमेशा गुनगुना या ताजा गर्म हो। बहुत ठंडे या फ्रिज में रखे पदार्थ न चढ़ाएं। इससे गोपाल जी की सेवा स्नेहपूर्ण और ऋतु अनुसार मानी जाएगी।
मंदिर में गर्माहट बनाए रखें
जहां गोपाल जी विराजमान हैं वहां ठंड से बचाव का खास ध्यान रखें। कमरे में अगरबत्ती या दीया जलाकर वातावरण को हल्का गर्म बनाए रखें। मंदिर के आसपास ठंडी हवा का प्रवेश न होने दें और रात में मंदिर का दरवाज़ा या पर्दा बंद कर दें ताकि ठंडी हवा न लगे।
स्नान के समय रखें सावधानी
सर्दियों में गोपाल जी को रोज ठंडे पानी से स्नान न कराएं। नहाने के लिए गुनगुने जल में केसर या गुलाबजल डालें। बहुत ठंडे दिनों में अभिषेक के जगह पर केवल गुनगुने जल से हल्का स्नान या पंचामृत स्नान करा सकते हैं। इससे गोपाल जी को ठंड नहीं लगेगी और उनका श्रृंगार भी सौम्य बना रहेगा।
रात में आराम की व्यवस्था करें
रात में बाल गोपाल जी को रजाई में सुलाएं। पास में छोटी दीपक या अगरबत्ती रख दें ताकि हल्की गर्मी बनी रहे। सोने से पहले हल्का घी का दीपक अवश्य जलाएं, इससे वातावरण पवित्र रहता है और ठंडक भी दूर होती है। बता दें कि सर्दियों में लड्डू गोपाल जी की सेवा सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि ममता और समर्पण की भावना का प्रतीक है। मौसम बदलने के साथ सेवा में भी बदलाव जरूरी है। अगर आप प्रेम और श्रद्धा से गोपाल जी की सेवा करेंगे तो घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख और समृद्धि बनी रहेगी।
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