गणेश स्तुति के पाठ से मिलते हैं ढेर सारे लाभ, हर संकट का समाधान करते हैं ‘विघ्नहर्ता’
- Shubhangi Pandey
- 12 Nov 2025 01:22:55 PM
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है यानी वो देवता जो हर बाधा को दूर कर देते हैं। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणपति की पूजा से की जाती है क्योंकि माना जाता है कि बिना उनकी कृपा के कोई भी काम सफल नहीं होता। हिंदू धर्म में गणेश स्तुति का विशेष महत्व बताया गया है। रोजाना श्रद्धा और भक्ति से गणेश स्तुति का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, सुख, शांति और सफलता का संचार होता है।
क्यों जरूरी है गणेश स्तुति का पाठ?
शास्त्रों के अनुसार गणेश जी को ज्ञान, बुद्धि और विवेक का स्वामी माना गया है। गणेश स्तुति का नियमित पाठ करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं। जो लोग अपने करियर, पढ़ाई या बिजनेस में रुकावटों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए गणेश स्तुति का पाठ अत्यंत लाभकारी माना गया है। ये व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास बढ़ाता है और मुश्किल परिस्थितियों में भी सही निर्णय लेने की शक्ति देता है।
दूर होती हैं सभी बाधाएं
गणेश जी को विघ्नहर्ता इसलिए कहा जाता है क्योंकि वो हर प्रकार की रुकावट को खत्म करने की क्षमता रखते हैं। माना जाता है कि जो व्यक्ति किसी काम की शुरुआत से पहले गणेश स्तुति का पाठ करता है, उसके सारे कार्य बिना किसी परेशानी के पूरे हो जाते हैं। घर या ऑफिस में गणेश स्तुति के पाठ से वातावरण भी शुद्ध और शांत होता है। इससे नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
धन, सुख और समृद्धि के खुलते हैं द्वार
गणेश जी को “सिद्धि विनायक” भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है हर कार्य में सिद्धि देने वाले। गणेश स्तुति के पाठ से आर्थिक संकट दूर होते हैं और जीवन में समृद्धि आती है। जो लोग बार-बार आर्थिक नुकसान झेलते हैं या नौकरी में अस्थिरता महसूस करते हैं, उनके लिए ये स्तुति बेहद प्रभावशाली मानी जाती है। शुक्रवार या चतुर्थी के दिन अगर गणेश स्तुति का पाठ किया जाए तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है।
मानसिक शांति और आत्मबल में बढ़ोतरी
आज के तनावभरे जीवन में मानसिक शांति सबसे बड़ी आवश्यकता है। गणेश स्तुति का उच्चारण करते समय जो कंपन (vibrations) पैदा होते हैं, वो मन को शांत करते हैं और चिंता को कम करते हैं। ये साधना व्यक्ति को सकारात्मक सोचने और आत्मबल को मजबूत करने में मदद करती है। यही वजह है कि कई योगी और साधक ध्यान से पहले गणेश स्तुति का जाप करते हैं।
कब और कैसे करें गणेश स्तुति का पाठ?
सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके गणेश जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें। दीपक जलाएं और लाल फूल या दूर्वा चढ़ाकर श्रद्धा से “गणेश स्तुति” का पाठ करें। पाठ के बाद गणेश जी से अपने जीवन में आने वाली रुकावटों को दूर करने और बुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना करें। नियमित रूप से ऐसा करने पर जीवन में शांति और सफलता के रास्ते खुलने लगते हैं।
बता दें कि गणेश स्तुति का पाठ केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। इससे व्यक्ति का मन, शरीर और आत्मा तीनों संतुलित होते हैं। जो लोग रोजाना कुछ ही मिनट गणेश जी की स्तुति में लगाते हैं उनके जीवन में खुशियां, सफलता और समृद्धि स्थायी रूप से बनी रहती हैं।
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