दिशा पाटनी के घर फायरिंग केस का सच कैसे कमरा नंबर 9 ने गोल्डी बराड़ गैंग के शूटरों तक पहुंचाई STF
- Shubhangi Pandey
- 19 Sep 2025 02:25:11 PM
बरेली अब अपराधियों के लिए कोई आसान जगह नहीं रही। प्रदेश सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बरेली को मिली इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर यानी आई ट्रिपल सी ने दिशा पाटनी के घर फायरिंग केस में अपनी ताकत दिखा दी। इस हाईटेक सेंटर की मदद से पुलिस ने बेहद कम समय में गोल्डी बराड़ गैंग के शूटर रविंदर और अरुण को पकड़कर उन्हें मार गिराया।
होटल का कमरा नंबर 9 बना चाल की कुंजी
शूटर रविंदर और अरुण ने 10 सितंबर को बरेली में दाखिल होकर अलग-अलग जगह रुकना शुरू किया। रविंदर ने पुराने रोडवेज बस स्टैंड के पास एक होटल से कमरा नंबर 9 बुक किया। उसने 1000 रुपए किराया जमा किया और 11 सितंबर तक वहीं रहा। इस दौरान होटल के अंदर बाहर की हर हरकत आई ट्रिपल सी के 1400 हाईटेक कैमरों में कैद हो गई। ये कैमरे हर मोड़ पर लगे हैं और शहर के अंदर बाहर हर गतिविधि पर नजर रखते हैं।
तीसरी आंख ने रिकॉर्ड किया पूरा मंसूबा
आई ट्रिपल सी के कमांड सेंटर ने रविंदर और अरुण के पूरे मूवमेंट को ट्रैक किया। उन्होंने किस रास्ते से बरेली में दाखिल हुए, कहां रुके, और कैसे दिशा पाटनी के घर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया। ऑटोमेटिक असलहा चलाते वक्त भी वो तीसरी आंख से छुप नहीं पाए।
कैसे बनी STF की पकड़ ?
पुलिस ने पूरे शहर में लगे कैमरों की मदद से रविंदर और अरुण के हर कदम पर नजर रखी। शहर के 176 पॉइंट पर 1400 से ज्यादा कैमरे लगे हैं जो पुलिस को अपराधियों की हर हरकत की जानकारी देते हैं। इसी वजह से एसटीएफ ने वारदात के महज कुछ दिनों बाद ही दोनों शूटरों को पकड़ लिया।
बरेली में अपराधियों के लिए नामुमकिन हुई छुपने की जगह
आई ट्रिपल सी की वजह से अब बरेली में अपराध करना आसान नहीं रहा। चाहे झुमका सिटी हो, नाथनगर या बांस बरेली, हर जगह तीसरी आंख सख्ती से पहरा दे रही है। दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग का मामला साफ दिखाता है कि हाईटेक तकनीक के आगे अपराधियों का बचना अब नामुमकिन हो गया है।
स्मार्ट सिटी की ये सौगात बनी बड़ी कामयाबी
प्रदेश सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की मदद से बनी आई ट्रिपल सी की तैनाती ने बरेली को एक नया रूप दिया है। पुलिस और तकनीकी विशेषज्ञ मिलकर पूरे शहर की 24 घंटे निगरानी करते हैं। यही वजह है कि अपराधियों को पकड़ना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।
बता दें कि दिशा पाटनी के घर फायरिंग केस ने बरेली की नई तकनीकी ताकत को साबित किया। आई ट्रिपल सी के जरिए अपराधियों को पकड़ना सिर्फ सपना नहीं रहा। इस टेक्नोलॉजी की मदद से अब बरेली में अपराध कम होंगे और जनता सुरक्षित महसूस करेगी।
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