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ज़ुबीन गर्ग केस में बहुत बड़ा खुलासा, बॉडीगार्ड्स के खातों में करोड़ों की एंट्री, SIT की तफ़्तीश में ट्विस्ट

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गायक ज़ुबीन गर्ग की मौत को लेकर जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को अब एक बड़ा सुराग मिला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ज़ुबीन के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (PSO) के बैंक खातों में लगभग 1 करोड़ रुपये के लेन-देन का पता चला है। ये ट्रांज़ैक्शन शक के घेरे में हैं और अब इनकी तह तक जाने की कोशिश हो रही है।

सीएम हिमंत का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस पूरे मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग को भी शामिल करने का फैसला लिया है। सरमा ने कहा कि उन्होंने इन केंद्रीय एजेंसियों से जांच में मदद मांगी है क्योंकि मामला अब सिर्फ एक हादसे का नहीं बल्कि वित्तीय साज़िश का भी हो सकता है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि ED और IT विभाग इस पर गंभीरता से काम करेंगे और सच्चाई जल्द सामने आएगी।

समुद्र के बीच ज़ुबीन की रहस्यमयी मौत
ज़ुबीन गर्ग 19 सितंबर को सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में शामिल होने गए थे। इसी दौरान वो समुद्र में तैरते हुए रहस्यमयी हालात में मौत के शिकार हो गए। ये कार्यक्रम श्यामकानु महंत और उनकी कंपनी ने आयोजित किया था। घटना के वक्त ज़ुबीन के साथ 8 लोग मौजूद थे लेकिन अब तक सिर्फ एक व्यक्ति, रूपकमल कलिता ही SIT के समन का जवाब दे पाया है। बाकी सात लोग अभी तक जांच एजेंसी के संपर्क में नहीं आए हैं।

CM ने जताई उम्मीद
मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने कहा कि रूपकमल कलिता ने पुलिस को सूचित किया है कि वो मंगलवार को गुवाहाटी पहुंचेंगे और SIT के सामने पेश होंगे। उन्होंने बताया कि बाकी लोग अभी आने को तैयार नहीं हैं और तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। फिर भी सरकार को उम्मीद है कि अब बाकी लोग भी सामने आएँगे।

10 लोगों पर केस दर्ज
ज़ुबीन की मौत के बाद असम में 60 से ज़्यादा FIR दर्ज की गईं। जांच के दौरान फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, ज़ुबीन के बैंड के सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है और सभी को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

अब कौन-कौन हैं शक के घेरे में?
PSO के खातों में करोड़ों के लेन-देन सामने आने के बाद अब शक की सुई सिर्फ आयोजकों पर नहीं बल्कि ज़ुबीन के बेहद करीबी लोगों पर भी घूम रही है। SIT इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है और जाँच में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

क्या ये हादसा था या गहरी साज़िश?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ज़ुबीन की मौत एक सामान्य हादसा थी या इसके पीछे कोई सोची-समझी साज़िश? PSO को मिली मोटी रकम, आयोजकों की गिरफ्तारी और बाकी लोगों का छिपना इस केस को और भी रहस्यमयी बना रहा है।

जल्द सच सामने आने की उम्मीद
CID और SIT मिलकर इस मामले को तेजी से सुलझाने में जुटी हैं। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आख़िर ज़ुबीन गर्ग के साथ उस दिन क्या हुआ था और उनके करीबी लोग सच क्यों छुपा रहे हैं।

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