दीपिका की 8 घंटे की मांग से हिली इंडस्ट्री, क्या यही वजह बनी फिल्म से बाहर होने की?
- Shubhangi Pandey
- 13 Oct 2025 04:09:31 PM
दीपिका पादुकोण एक बार फिर सुर्खियों में हैं और इस बार वजह कोई फिल्म नहीं बल्कि काम के घंटे हैं। हाल ही में भारत की पहली मेंटल हेल्थ एंबेसडर बनी दीपिका ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने 8 घंटे की शिफ्ट की मांग की है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उनका कहना है कि जब मर्द सुपरस्टार सालों से 8 घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं तो औरतों को ऐसा कहने में दिक्कत क्यों हो रही है? दरअसल दीपिका ने साफ कहा कि एक महिला होने के नाते अगर ये मांग किसी को दबाव लगती है तो लगे लेकिन काम करने का एक मानवीय तरीका होना चाहिए।
कोंकणा सेन शर्मा ने दीपिका की मांग को बताया जायज़
दीपिका की इस मांग को बॉलीवुड अभिनेत्री और निर्देशक कोंकणा सेन शर्मा ने खुलकर समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में भी इंसानों के लिए काम के घंटे तय होने चाहिए। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “हम कोई न्यूरोसर्जन नहीं हैं कि जान बचा रहे हैं। यहाँ भी इंसान काम करते हैं जिन्हें बायो ब्रेक की ज़रूरत होती है।”
कोंकणा ने बताया कि अक्सर 12 घंटे की शिफ्ट 14-15 घंटे तक खिंच जाती है जो गलत है। उनका मानना है कि अगर सप्ताह में एक दिन छुट्टी हो और नियमित काम के घंटे हों तो काम का माहौल भी बेहतर होगा और प्रोडक्टिविटी भी बढ़ेगी।
प्रियामणि ने कहा - हर एक्टर की पसंद अलग होती है
वहीं दूसरी तरफ साउथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री प्रियामणि ने इस पर थोड़ी अलग राय रखी। उनका कहना है कि ये पूरी तरह व्यक्तिपरक मामला है। कई बार हालात के हिसाब से एडजस्ट करना पड़ता है और कलाकारों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने सीधे तौर पर दीपिका की मांग का विरोध नहीं किया लेकिन ये भी साफ कर दिया कि हर अभिनेता के लिए काम करने का तरीका अलग हो सकता है।
'कल्कि 2898 एडी' से बाहर हुईं थीं दीपिका
दीपिका की ये मांग उस समय फिर से चर्चा में आई जब खबरें आईं कि वो 'कल्कि 2898 एडी' के सीक्वल का हिस्सा नहीं होंगी। फिल्म से बाहर निकलने की वजहों को लेकर कई अफवाहें हैं। कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि दीपिका की 8 घंटे की शिफ्ट और ज्यादा मेहनताना मांगने की वजह से निर्माता उनसे दूरी बना रहे हैं। हालांकि मेकर्स की ओर से सिर्फ इतना कहा गया कि वो दीपिका के साथ पार्टनरशिप को लेकर "क्लियर" नहीं थे। इस बयान के बाद और अटकलें लगाई जाने लगीं कि क्या दीपिका की पेशेवर शर्तें ही विवाद की वजह बनीं।
क्या इंडस्ट्री अब काम के घंटे पर गंभीर होगी?
दीपिका पादुकोण के इस बयान ने एक ज़रूरी मुद्दे को फिर से सामने ला दिया है। फिल्म इंडस्ट्री में कई कलाकार लंबे समय से इस बात की ओर ध्यान दिलाते रहे हैं कि काम के घंटे तय होने चाहिए, ब्रेक मिलना चाहिए और सप्ताह में एक दिन छुट्टी जरूरी है।
अब देखना ये है कि दीपिका के इस कदम के बाद इंडस्ट्री में इस विषय को लेकर कोई ठोस बदलाव होता है या फिर ये चर्चा सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित रह जाएगी। जो भी हो, दीपिका ने फिर से एक जरूरी सवाल उठाया है जिस पर बातचीत ज़रूरी है।
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