दिवाली पर नहीं रिलीज़ हुई कोई बड़ी फिल्म, क्यों शाहरुख, सलमान, रजनीकांत फेस्टिव सीजन में क्यों रिलीज नहीं करते फिल्म
- Shubhangi Pandey
- 19 Oct 2025 04:46:15 PM
दिवाली भारत के लिए साल का सबसे बड़ा त्योहार है । लंबे समय से ये ट्रेंड सेट था कि देश के सबसे बड़े फिल्मी सितारे इसी दिन अपनी सबसे बड़ी फिल्में भी रिलीज़ करते हैं। सालों तक शाहरुख खान ने इस समय में फिल्म इंडस्ट्री में अपना सिक्का जमाया। जबकि रजनीकांत और बाद में विजय ने साउथ में भी यही फॉर्मेट अपनाया। लेकिन कोविड के बाद से थियेटर्स ने दिवाली पर अपने सबसे बड़े बम यानि बड़े नामी सितारों को मिस कर दिया है। इस साल पहली बार ऐसा हो रहा है कि किसी भी टियर 1 स्टार की दिवाली पर किसी भी भाषा में कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हो रही है और यह कुछ समय पहले शुरू हुए एक पैटर्न का नतीजा मात्र है।
हिंदी और साउथ इंडस्ट्री में कोई फिल्म रिलीज नहीं
देश के दो सबसे बड़े फिल्म उद्योगों हिंदी और साउथ में दिवाली को त्योहारी रिलीज़ के रूप में देखना एक आम बात है। लेकिन भारतीय फिल्म के कुल राजस्व में इन उद्योगों का लगभग आधा हिस्सा है, जो इस मौके को खास बनाता है। इस साल दिवाली पर केवल एक हिंदी रिलीज़ है थम्मा। जिसमें आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना और नवाजुद्दीन सिद्दीकी लीड रोल में हैं। पिछले साल की भूल भुलैया 3 के बाद दिवाली पर रिलीज़ होने वाली दूसरी हॉरर कॉमेडी है। लेकिन उस फिल्म ने सुपरस्टार से भरपूर सिंघम रिटर्न्स (अजय देवगन, अक्षय कुमार, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण वगैरह) के साथ वीकेंड साझा किया था। थम्मा 2025 में अकेले रिलीज़ होगी।
साउथ में भी सन्नाटा
साउथ सिनेमा में तीन फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं - ड्यूड, बाइसन और डीज़ल। इन सभी में या तो नए कलाकार हैं या फिर ऐसे सितारे जो अभी इंडस्ट्री में अपनी जगह बना रहे हैं। ट्रेड एनालिस्ट बताते हैं, "सबसे बड़ा बदलाव यह है कि इस साल दिवाली पर कोई सुपरस्टार की फिल्म रिलीज़ नहीं है। यानी रजनीकांत, कमल हासन, विजय या अजित कुमार की कोई फ़िल्म नहीं है। दिवाली पर हमेशा कम से कम एक बड़ी फिल्म रिलीज़ होती थी। इस साल इनमें से कोई भी थियेटर में नहीं है। यहां तक कि सूर्या या धनुष भी नहीं जो बड़े नाम हैं। दिवाली पर रिलीज़ होने वाली तीनों तमिल फ़िल्मों में ऐसे सितारे हैं जो तमिलनाडु के बाहर लगभग अनजान हैं।"
पैटर्न ने हो रहा बदलाव
ट्रेड के जानकार इस बदलाव को एक दशक पहले शुरू हुए क्रमिक बदलाव की बानगी मानते हैं। एक जानकार ने बताया, "अब कोई पारिवारिक ड्रामा फिल्म नहीं है। एक दशक पहले यह चलन बदल गया जब शाहरुख ने भी दिवाली पर 'मोहब्बतें' और 'वीर ज़ारा' छोड़कर 'रा.वन' और 'रईस' की ओर रुख किया। केविड के बाद त्योहारों पर बड़ी और बल्क रिलीज़ का चलन है । उधर सुपरस्टार भी अब कम फ़िल्में करते हैं। इसलिए उनकी फ़िल्में आमतौर पर साल के किसी और समय पर रिलीज़ होती हैं, दिवाली पर नहीं।"
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