Bollywood का कॉमिक जादूगर Satish Shah नहीं रहे, 74 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, फिल्म इंडस्ट्री में शोक!
- Ankit Rawat
- 25 Oct 2025 10:15:14 PM
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सतीश शाह का शनिवार को 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। खबरों के अनुसार उनकी मौत का कारण किडनी फेल होना बताया गया है। सतीश शाह लंबे समय से किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और हाल ही में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। उन्होंने मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में अंतिम सांस ली।
निर्माता अशोक पंडित ने शेयर की खबर
भारतीय फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने इंस्टाग्राम पर ये खबर दी है। जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है, "आपको ये बताते हुए दुख हो रहा है कि हमारे प्रिय मित्र और एक बेहतरीन अभिनेता सतीश शाह का किडनी फेल होने के कारण कुछ घंटे पहले निधन हो गया। उन्हें हिंदुजा अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। हमारे उद्योग के लिए एक बहुत बड़ी क्षति। ओम शांति।"
अशोक पंडित ने एक वीडियो में सतीश शाह के स्वास्थ्य के बारे में बताया । अशोक पंडित ने एक वीडियो में ये भी बताया कि सतीश शाह का निधन किडनी फेल होने से हुआ। घर पर शाह की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें तुरंत हिंदुजा अस्पताल ले जाया गया जहां उनका निधन हो गया। पंडित ने उनके निधन को फिल्म और टेलीविजन उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति बताया।
जॉनी लीवर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया
अभिनेता अभिनेता जॉनी लीवर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "हमने एक महान कलाकार और 40 साल से भी ज़्यादा समय से अपने सबसे प्रिय मित्र को खो दिया है। यकीन करना मुश्किल है... मैंने उनसे दो दिन पहले ही बात की थी। सतीश भाई आपकी बहुत याद आएगी। फ़िल्म और टेलीविज़न में आपके अपार योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।"
सतीश शाह के बारे में जानिए
सतीश शाह ने अपने पूरे अभिनय करियर में कई बड़े रोल अदा किए हैं। उनकी यादगार भूमिकाओं में कल हो ना हो, जाने भी दो यारो, साराभाई वी/एस साराभाई, मैं हूं ना शामिल हैं। सतीश शाह अपने कॉमिक एक्ट के लिए जाने जाते थे। उन्होंने 1984 में आई सिटकॉम "ये जो है ज़िंदगी" में 55 अलग-अलग किरदार निभाए। उसी साल उन्होंने कुंदन शाह के निर्देशन में 1984 की फ़िल्म "जाने भी दो यारो" में नगर आयुक्त डिमेलो की भूमिका निभाई। हालांकि उन्हें अपनी हास्य प्रतिभा के लिए जाना जाता था। उन्होंने 1980, 1990 और 2000 के दशक में विविध किरदार निभाकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया।
उन्होंने 1995 में टीवी शो "फ़िल्मी चक्कर" में प्रकाश की भूमिका भी निभाई थी। कई लोग उन्हें 2004 के लोकप्रिय शो "साराभाई वर्सेस साराभाई" में इंद्रवदन साराभाई के रूप में याद करते हैं। उन्होंने "फ़िल्मी चक्कर" और "साराभाई वर्सेस साराभाई" में रत्ना पाठक शाह के साथ अभिनय किया। 1997 में उन्होंने "घर जमाई" और स्वरूप संपत के साथ "ऑल द बेस्ट" में भी अभिनय किया। रिपोर्ट्स के अनुसार सतीश शाह मांडवी के कच्छी गुजराती थे। उन्होंने जेवियर्स कॉलेज से स्नातक किया और बाद में पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) में दाखिला लिया।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *



