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Pregnancy Alert: गर्भावस्था में Paracetamol खाना बच्चों के लिए खतरनाक! बढ़ सकता है इन बीमारियों का रिस्क

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गर्भावस्था में सिरदर्द या बुखार होने पर ज्यादातर महिलाएं पैरासिटामॉल ले लेती हैं, क्योंकि इसे सुरक्षित माना जाता है. लेकिन हाल के शोध ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. जिसमें बताया गया है कि गर्भावस्था में पैरासिटामॉल का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों में ऑटिज्म और एडीएचडी जैसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है. यह दवा भले ही बिना पर्ची के मिल जाए, लेकिन इसके दुष्प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. 

शोध में क्या हुआ खुलासा?
माउंट साइनाई और हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वैज्ञानिकों ने 46 अध्ययनों के आधार पर 1 लाख से ज्यादा लोगों के डेटा का विश्लेषण किया. शोध में पाया गया कि गर्भावस्था की पहली, दूसरी या तीसरी तिमाही में पैरासिटामॉल का बार-बार उपयोग करने वाली माताओं के बच्चों में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) और अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) का खतरा 20-30% तक बढ़ जाता है. पैरासिटामॉल भ्रूण के मस्तिष्क विकास को प्रभावित कर सकता है जिससे बच्चों में ध्यान की कमी, सामाजिक व्यवहार में कठिनाई, और व्यवहारिक समस्याएं हो सकती हैं.

पैरासिटामॉल क्यों है खतरनाक?
पैरासिटामॉल (एसिटामिनोफेन) दुनिया की सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दर्द निवारक दवा है. गर्भावस्था में इसे सुरक्षित मानकर डॉक्टर भी सलाह देते हैं. लेकिन शोध बताता है कि इसका ज्यादा और अनियंत्रित उपयोग भ्रूण के न्यूरोलॉजिकल विकास पर नकारात्मक असर डालता है. 2024 में यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम के एक अन्य शोध में पाया गया कि पैरासिटामॉल के लगातार सेवन से पेट के अल्सर से रक्तस्राव का खतरा 24% और आंतों से खून बहने का जोखिम 36% बढ़ जाता है.

डॉक्टरों की सलाह
माउंट साइनाई हॉस्पिटल के डॉ. डिडिएर प्राडा कहते हैं, “गर्भवती महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के पैरासिटामॉल नहीं लेना चाहिए. लेकिन बुखार या दर्द का इलाज न करना भी बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है.” उनकी सलाह है कि जरूरत पड़ने पर कम मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही पैरासिटामॉल लें. प्राकृतिक उपाय जैसे गर्म पानी की सिकाई, आराम या हर्बल चाय आजमाएं. साथ ही गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में विशेष सावधानी बरतें क्योंकि इस दौरान भ्रूण का मस्तिष्क तेजी से विकसित होता है.

क्या करें गर्भवती महिलाएं?
गर्भावस्था में पैरासिटामॉल का उपयोग सीमित और जरूरी होने पर ही करें. बुखार के लिए ठंडे पानी की पट्टियां, पर्याप्त नींद और हल्का व्यायाम जैसे विकल्प आजमाएं. अगर दवा लेनी ही हो तो डॉक्टर से सलाह लें और खुराक की मात्रा और समय का ध्यान रखें. पैरासिटामॉल हर घर में मौजूद दवा है, लेकिन गर्भावस्था में इसका असर बच्चे के भविष्य पर पड़ सकता है. शोध साफ कहता है कि ज्यादा उपयोग से बच्चों में दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वो हर दवा को सावधानी से लें और प्राकृतिक उपायों को प्राथमिकता दें.

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