पूरे दिन आती है नींद और बनी रहती है थकान? ये खड़ी कर सकते हैं नई मुसीबत, जानें लक्षण और आसान उपाय
- Shubhangi Pandey
- 04 Sep 2025 05:07:45 PM
नींद हमारी सेहत का अहम हिस्सा है लेकिन अगर आप पूरे दिन सुस्त और नींद में डूबे रहते हैं तो ये चिंता का विषय हो सकता है। बहुत ज्यादा नींद या थकान आपकी खराब लाइफस्टाइल या शरीर में विटामिन-डी की कमी का संकेत हो सकती है। विटामिन- डी की कमी न सिर्फ हड्डियों को कमजोर करती है बल्कि कई गंभीर बीमारियों को भी न्योता दे सकती है। आइए जानते हैं कि विटामिन-डी क्यों जरूरी है, इसके कम होने के लक्षण और इसे कैसे पूरा करें।
विटामिन-डी है शरीर का सुपर पावर
विटामिन-डी हड्डियों, इम्यून सिस्टम और मानसिक सेहत के लिए जरूरी है। ये कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं। साथ ही ये रोगों से लड़ने की ताकत देता है। सूरज की रोशनी इसका सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत है। अगर आप धूप से दूर रहते हैं तो हड्डियों में दर्द, कमजोरी और दूसरी समस्याएं शुरू हो सकती हैं। महाराष्ट्र के होमियोपैथी एक्सपर्ट डॉ. सीतल टोंगासे कहते हैं कि विटामिन-डी की कमी को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है।
विटामिन-डी की कमी के 5 बड़े संकेत
डॉक्टर के अनुसार अगर आपके शरीर में विटामिन-डी कम है तो ये लक्षण दिख सकते हैं:
थकान और सुस्ती: दिनभर नींद और कमजोरी महसूस होना।
बार-बार बीमार होना: कमजोर इम्यूनिटी की वजह से जुकाम या इन्फेक्शन।
बालों का झड़ना: बाल तेजी से झड़ना या पतले होना।
हड्डियों में दर्द: जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द या अकड़न।
मानसिक तनाव: चिड़चिड़ापन, तनाव या डिप्रेशन बढ़ना।
अगर आपको ये लक्षण दिखें तो डॉक्टर से ब्लड टेस्ट करवाएं। ये टेस्ट विटामिन-डी और कैल्शियम के स्तर को बताता है।
विटामिन-डी की कमी से होने वाली बीमारियां
विटामिन-डी की कमी कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है-
ऑस्टियोपोरोसिस: हड्डियां कमजोर और भुरभुरी हो जाना।
रिकेट्स: बच्चों में हड्डियों का टेढ़ा होना।
कमजोर इम्यूनिटी: ऑटोइम्यून बीमारियों का खतरा।
हृदय रोग: हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का जोखिम।
मानसिक स्वास्थ्य: डिप्रेशन और तनाव की शिकायत।
बता दें कि लंबे समय तक विटामिन- डी की कमी रहने पर ये समस्याएं और बढ़ सकती हैं।
विटामिन-डी की कमी को कैसे दूर करें?
विटामिन-डी की कमी को पूरा करना आसान है। अगर आप इन उपायों को अपनाएं तो-
धूप का आनंद लें: सुबह 6 से 8 बजे के बीच 15-20 मिनट धूप में रहें। ये समय त्वचा के लिए सुरक्षित और विटामिन-डी के लिए सबसे अच्छा है।
पौष्टिक खाना: दूध, दही, पनीर, मशरूम, अंडे और हरी सब्जियां जैसे पालक खाएं।
सप्लीमेंट्स: अगर कमी ज्यादा है तो डॉक्टर की सलाह से विटामिन-डी की गोलियां लें।
व्यायाम: रोज हल्की सैर या योग करें। ये हड्डियों और मूड को बेहतर रखता है।
नींद का रखें ख्याल: रात को 7-8 घंटे की नींद लें और स्क्रीन टाइम कम करें।
डॉक्टर सलाह देते हैं कि सर्दियों में धूप कम होने पर सप्लीमेंट्स लेना जरूरी हो सकता है। पूरे दिन नींद, थकान या चिड़चिड़ापन विटामिन-डी की कमी के संकेत हो सकते हैं। ये कमी हड्डियों, इम्यूनिटी और मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचाती है। रोज सुबह धूप लें, पौष्टिक खाना खाएं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से जांच करवाएं। छोटे-छोटे बदलाव आपकी सेहत को बड़ा फायदा दे सकते हैं। अगर आपको ये लक्षण दिख रहे हैं तो आज ही कदम उठाएं।
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