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मूसली बनाम ओट्स: सुबह के नाश्ते में कौन है असली हेल्दी चैंपियन?

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सुबह का नाश्ता पूरे दिन की एनर्जी और मूड तय करता है। अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि नाश्ते में मूसली खाएं या ओट्स। दोनों ही हेल्दी ऑप्शन माने जाते हैं, लेकिन इनके बीच कई फर्क हैं। अगर आप भी सोच रहे हैं कि सुबह पेट और सेहत के लिए कौन सा ज्यादा फायदेमंद रहेगा, तो आइए इसको समझते हैं।

मूसली में क्या खास है?
मूसली एक रेडी-टू-ईट फूड है, जिसमें रोल्ड ओट्स, कॉर्नफ्लेक्स, ड्राई फ्रूट्स, बीज और कभी-कभी शहद या शुगर मिलाई जाती है। ये कुरकुरी और स्वाद में टेस्टी होती है। मूसली उन लोगों के लिए बढ़िया है जो जल्दी में होते हैं और ज्यादा पकाने का टाइम नहीं मिलता। इसमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स काफी मात्रा में पाए जाते हैं। लेकिन ध्यान रखने वाली बात है कि कई पैक्ड मूसली में शुगर भी मिलाई जाती है, जिससे कैलोरी बढ़ जाती है । इसलिए अगर आप वेट कंट्रोल या डायबिटीज की चिंता कर रहे हैं तो शुगर-फ्री मूसली ही चुनें।

ओट्स क्यों माने जाते हैं सुपरफूड?
ओट्स को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि ये नेचुरल और प्रोसेस्ड न होने के कारण ज्यादा हेल्दी होते हैं। ओट्स में घुलनशील फाइबर बीटा-ग्लूकन पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में मदद करता है। ओट्स दिल की सेहत के लिए शानदार हैं और डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बेस्ट माने जाते हैं क्योंकि ये धीरे-धीरे पचते हैं और ब्लड शुगर कंट्रोल में रखते हैं। ओट्स को अलग-अलग तरीके से बनाया जा सकता है। चाहे दूध और शहद के साथ मीठा दलिया बनाना हो या सब्जियों के साथ नमकीन उपमा स्टाइल ओट्स, दोनों ही तरीके से इसका स्वाद और फायदे दोगुने हो जाते हैं।

वजन कम करने वालों के लिए कौन बेहतर
अगर आपका टारगेट वजन कम करना है तो ओट्स ज्यादा फायदे का सौदा साबित होंगे। ओट्स लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं और बार-बार भूख लगने से रोकते हैं। मूसली भी हेल्दी है लेकिन इसमें ड्राई फ्रूट्स और कभी-कभी शुगर मिले होने से ये कैलोरी बढ़ा सकती है।

एनर्जी बूस्ट करने में किसका रोल बड़ा?
अगर आपको सुबह-सुबह तुरंत एनर्जी चाहिए तो मूसली अच्छा ऑप्शन है क्योंकि इसमें ड्राई फ्रूट्स और कार्ब्स की वजह से तुरंत ताकत मिलती है। वहीं ओट्स धीरे-धीरे एनर्जी रिलीज करते हैं, जिससे आप ज्यादा देर तक एक्टिव और फ्रेश बने रहते हैं।

बच्चों और बुजुर्गों के लिए क्या चुनें?
बच्चों को अक्सर टेस्टी खाना पसंद आता है, ऐसे में मूसली उनके लिए सही हो सकती है। इसमें दूध और फ्रूट्स डालकर इसे और मजेदार बनाया जा सकता है। वहीं बुजुर्गों के लिए ओट्स बेहतर हैं क्योंकि ये हल्के होते हैं और पचाने में आसान रहते हैं।

आपकी जरूरत पर निर्भर है चुनाव
तो क्या मूसली बेहतर है या ओट्स? जवाब है कि ये आपकी जरूरत पर निर्भर करता है। अगर आप वजन कंट्रोल करना चाहती हैं और हेल्दी लाइफस्टाइल चाहते हैं तो ओट्स बेस्ट रहेंगे। अगर आपको जल्दी एनर्जी चाहिए और टेस्टी ब्रेकफास्ट का शौक है तो मूसली सही रहेगी। दोनों ही हेल्दी हैं बस ध्यान ये रखना है कि कौन सा ऑप्शन आपकी बॉडी और लाइफस्टाइल के लिए ज्यादा फिट बैठता है। अगली बार जब सुबह का नाश्ता चुनने बैठें तो याद रखिएगा हेल्थ और टेस्‍ट का सही बैलेंस ही आपके दिन को एनर्जेटिक बना सकता है।

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