30 की उम्र के बाद हड्डियों में दर्द और कमजोरी से परेशान हैं? अपनाएं ये असरदार उपाय
- Shubhangi Pandey
- 05 Nov 2025 01:15:05 PM
कहा जाता है कि हड्डियां हमारे शरीर का ढांचा हैं। अगर ये कमजोर पड़ने लगें तो शरीर की मजबूती भी घट जाती है। आमतौर पर 30 साल की उम्र के बाद हड्डियों की ग्रोथ रुक जाती है और कैल्शियम, विटामिन D और हार्मोनल बदलावों की वजह से उनमें कमजोरी आने लगती है। खासकर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद हड्डियों से जुड़ी दिक्कतें तेजी से बढ़ जाती हैं। लेकिन अगर समय रहते कुछ आदतें बदल ली जाएं तो इस परेशानी से बचा जा सकता है।
क्यों कमजोर पड़ती हैं हड्डियां?
30 की उम्र के बाद शरीर में बोन मास यानी हड्डियों का घनत्व धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसकी वजह है —
शरीर में कैल्शियम की कमी
सूरज की रोशनी में कमी से विटामिन D की कमी
शारीरिक गतिविधियों का कम होना
ज्यादा नमक, कोल्ड ड्रिंक, और जंक फूड का सेवन
धूम्रपान या शराब जैसी आदतें
इन कारणों से हड्डियां अपनी मजबूती खोने लगती हैं और धीरे-धीरे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
हड्डियों को मजबूत रखने के लिए अपनाएं ये आदतें
1. रोजाना धूप लें
सुबह की धूप में 15-20 मिनट रहना हड्डियों के लिए सबसे अच्छा प्राकृतिक उपाय है। सूरज की रोशनी से मिलने वाला विटामिन D शरीर को कैल्शियम अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं।
2. कैल्शियम युक्त आहार खाएं
अपने खाने में दूध, दही, पनीर, तिल, बादाम, सोया उत्पाद, और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें। ये फूड्स हड्डियों के लिए जरूरी कैल्शियम की भरपाई करते हैं।
3. व्यायाम को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा
हड्डियों को मजबूत रखने के लिए सिर्फ खाना ही नहीं, बल्कि हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी जरूरी है। रोजाना ब्रिस्क वॉक, योग, स्क्वाट्स या सीढ़ियां चढ़ना-उतरना जैसी गतिविधियां करें। इससे हड्डियों पर हल्का दबाव पड़ता है, जो उन्हें और मजबूत बनाता है।
4. कैफीन और नमक कम करें
कॉफी, चाय या ज्यादा नमक वाले फूड्स शरीर से कैल्शियम को बाहर निकाल देते हैं। इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में लें।
5. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
ये दोनों चीजें शरीर में कैल्शियम के स्तर को घटाती हैं और बोन डेंसिटी को कम करती हैं।
महिलाएं रहें ज्यादा सतर्क
महिलाओं में मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी की वजह से हड्डियां तेजी से कमजोर पड़ती हैं। ऐसे में उन्हें कैल्शियम और विटामिन D सप्लीमेंट्स की जरूरत पड़ सकती है। डॉक्टर की सलाह से समय-समय पर बोन डेंसिटी टेस्ट करवाना भी जरूरी है।
नियमित जांच करवाएं
अगर लगातार जोड़ों में दर्द, अकड़न, कमर या पीठ में दर्द महसूस हो तो इसे हल्के में न लें। डॉक्टर से परामर्श लेकर जांच कराएं, ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके।
बता दें कि 30 की उम्र के बाद हड्डियों का ध्यान रखना किसी निवेश की तरह है। जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, उतनी ही लंबी उम्र तक शरीर मजबूत रहेगा। सही खानपान, नियमित एक्सरसाइज और धूप का मेल आपकी हड्डियों को उम्रभर स्वस्थ रख सकता है।
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