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Mumbai-Ahmedabad बुलेट ट्रेन 2027 में पटरी पर! भारतीय राजदूत ने दिया बड़ा अपडेट, जानें पूरी डिटेल्स

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भारत की पहली बुलेट ट्रेन का सपना अब हकीकत के करीब है. भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज ने घोषणा की है कि मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन 2027 तक दौड़ने लगेगी. एक विशेष इंटरव्यू में जॉर्ज ने कहा, “मैं अपने बयान पर कायम हूं. 2027 में यह ट्रेन जरूर चलेगी.” 508 किमी लंबे इस कॉरिडोर का निर्माण जापान की शिंकानसेन तकनीक के साथ तेजी से चल रहा है और यह प्रोजेक्ट भारत-जापान की रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है.

2027 में गुजरात से शुरू होगा सफर
नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अनुसार, गुजरात में ये 2027 तक तैयार हो जाएगा, जबकि पूरी परियोजना 2028 तक पूरी होगी. 320 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच की दूरी को 7 घंटे से घटाकर मात्र 2 घंटे 7 मिनट में तय करेगी. 12 स्टेशनों (मुंबई, थाने, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद, साबरमती) के साथ यह कॉरिडोर आर्थिक विकास को भी गति देगा. 

जापान की अहम भूमिका
यह प्रोजेक्ट जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) के ₹88,087 करोड़ के सॉफ्ट लोन से फंड हो रहा है, जिसमें 0.1% ब्याज दर और 15 साल की मोहलत शामिल है. जापान 2026 में दो शिंकानसेन ट्रेन सेट (E5 और E3) मुफ्त देगा जो ट्रायल रन के लिए इस्तेमाल होंगे. जॉर्ज ने कहा, “जापान हमारा सबसे भरोसेमंद साझेदार है. सुजुकी ने 40 साल पहले ऑटोमोबाइल सेक्टर बदला, अब बुलेट ट्रेन भारत के रेल नेटवर्क को बदल देगी.”

मोदी की जापान यात्रा से निवेश को मिलेगी धार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी जापान यात्रा इस प्रोजेक्ट को और गति देगी. इस दौरान ₹5.96 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा हो सकती है. 2022 में निर्धारित 5 ट्रिलियन येन के निवेश लक्ष्य में से 4 ट्रिलियन येन पहले ही भारत में आ चुके हैं. जॉर्ज ने बताया कि यह यात्रा भारत-जापान रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, जिसमें रक्षा, सुरक्षा, और तकनीकी सहयोग शामिल है.

आर्थिक विकास का बनेगी प्रतीक
यह बुलेट ट्रेन सिर्फ यातायात का साधन नहीं, बल्कि भारत के आर्थिक और सामरिक विकास का प्रतीक है. 300 किमी वायाडक्ट और 16 नदी पुलों का निर्माण पूरा हो चुका है. जापान में 2030 तक 7.9 लाख टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों की कमी को भारत अपने युवाओं से पूरा कर सकता है. क्वाड और इंडो-पैसिफिक स्थिरता पर भी इस यात्रा में चर्चा होगी।

क्यों खास है यह प्रोजेक्ट?
मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर भारत का पहला हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट है, जो जापान की तकनीक और भारत की महत्वाकांक्षा का संगम है. 2026 में सूरत-बिलिमोरा खंड पर ट्रायल रन शुरू होंगे और 2027 में गुजरात में कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होगा. यह प्रोजेक्ट न केवल यात्रा समय कम करेगा, बल्कि रोजगार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा.

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