Make in India की नई उड़ान, H125 हेलिकॉप्टर की बॉडी भारत में बनाएगी महिंद्रा, एयरबस के साथ बड़ी डील!
- Shubhangi Pandey
- 29 Aug 2025 12:57:55 PM
‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। दुनिया की अग्रणी एयरोस्पेस कंपनी एयरबस हेलिकॉप्टर्स ने महिंद्रा एयरोस्ट्रक्चर्स को H125 हेलिकॉप्टर के मुख्य फ्यूजलेज (बॉडी) के निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट सौंपा है। यह डील भारत को वैश्विक एयरोस्पेस हब के रूप में स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगी। H125 का फ्यूजलेज बेंगलुरु में महिंद्रा की फैसिलिटी में बनेगा और पहली डिलीवरी 2027 तक होगी।
H130 के बाद H125 की जिम्मेदारी
यह कॉन्ट्रैक्ट अप्रैल 2025 में H130 हेलिकॉप्टर के फ्यूजलेज निर्माण के लिए मिले ऑर्डर के बाद आया है। बेंगलुरु में उत्पादन तुरंत शुरू होगा जिससे भारत की वैश्विक आपूर्ति शृंखला में भूमिका और मजबूत होगी। एयरबस इंडिया और साउथ एशिया के प्रेसिडेंट जर्गन वेस्टरमायर ने कहा, “यह कॉन्ट्रैक्ट भारत की तकनीकी क्षमता का प्रमाण है। H125 और H130 के साथ-साथ H125 की फाइनल असेंबली लाइन भारत में बन रही है, जो एक संपूर्ण एयरोस्पेस इकोसिस्टम तैयार कर रही है।”
महिंद्रा और ‘मेक इन इंडिया’ की जीत
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इसे ‘मेक इन इंडिया’ की बड़ी जीत बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “यह हमारे ग्रुप के लिए गर्व का पल है, लेकिन इससे भी बड़ी खुशी भारत की वैश्विक बाजार में बढ़ती साख को देखकर है।” महिंद्रा ग्रुप के CEO डॉ. अनीश शाह ने कहा, “यह साझेदारी एयरबस के साथ हमारे रिश्तों को मजबूत करती है और ‘मेक इन इंडिया’ को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।”
क्यों खास है H125 हेलिकॉप्टर?
H125 दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला सिंगल-इंजन हेलिकॉप्टर है। इसका इस्तेमाल हेलिकॉप्टर टूरिज्म, मेडिकल इमरजेंसी, कानून प्रवर्तन और रेस्क्यू ऑपरेशन्स में होता है। यह 8,848 मीटर की ऊंचाई पर माउंट एवरेस्ट पर लैंडिंग और टेकऑफ का रिकॉर्ड भी रखता है। वहीं आपको बताते हैं कि भारत के लिए इसके क्या मायने हैं?
वैश्विक आपूर्ति में योगदान: H125 और H130 के फ्यूजलेज भारत से एयरबस के ग्लोबल नेटवर्क में जाएंगे।
आर्थिक फायदा: एयरबस भारत से सालाना 1.4 अरब डॉलर के पुर्जे और सेवाएं लेता है, जो अब बढ़ेगा।
रोजगार और स्किल: हजारों युवाओं को नौकरियां और नई तकनीकी स्किल सीखने का मौका मिलेगा।
एयरोस्पेस इकोसिस्टम: डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग, असेंबली और ट्रेनिंग से भारत एक पूर्ण एयरोस्पेस हब बनेगा।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
यह सौदा भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पर एयरबस के भरोसे को दर्शाता है। टाटा और HAL के बाद महिंद्रा का यह कॉन्ट्रैक्ट ‘आत्मनिर्भर भारत’ की मिसाल है। यह न केवल घरेलू जरूरतें पूरी करेगा, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी अत्याधुनिक उत्पाद बनाएगा।
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