वंदे भारत ट्रेनों में कोच बढ़ाने का फैसला, 7 रूटों पर बढ़ेंगे कोच, अब मिलेंगी ज्यादा सीटें!
- Shubhangi Pandey
- 29 Aug 2025 01:42:50 PM
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़ने का बड़ा फैसला लिया है। रेलवे बोर्ड ने सात प्रमुख मार्गों पर कोच बढ़ाने की योजना बनाई है, जिससे यात्रियों को ज्यादा सीटें मिलेंगी और सफर और आरामदायक होगा। इस कदम से न केवल मौजूदा रूटों पर क्षमता बढ़ेगी बल्कि नई सेवाएं शुरू करने के लिए भी रास्ता खुलेगा।
किन सात रूटों पर बढ़ेंगे कोच?
रेलवे बोर्ड के अनुसार इन सात मार्गों पर वंदे भारत ट्रेनों में कोच बढ़ाए जाएंगे-
1. मंगलुरु सेंट्रल-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल
2. सिकंदराबाद-तिरुपति
3. चेन्नई एग्मोर-तिरुनेलवेली
4. मदुरै-बेंगलुरु कैंट
5. देवघर-वाराणसी
6. हावड़ा-राउरकेला
7. इंदौर-नागपुर
वर्तमान में इन मार्गों पर चार ट्रेनें 8 कोच और तीन ट्रेनें 16 कोच के साथ चल रही हैं। अब इनकी क्षमता बढ़ाने की तैयारी है।
कितने कोच बढ़ेंगे?
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना और प्रचार) दिलीप कुमार ने बताया, “16 कोच वाली वंदे भारत ट्रेनों में चार अतिरिक्त कोच जोड़कर इन्हें 20 कोच का किया जाएगा। वहीं 8 कोच वाली ट्रेनों में आठ कोच और जोड़कर इन्हें 16 कोच का बनाया जाएगा।” यह योजना वित्तीय वर्ष 2025-26 (31 जुलाई 2025 तक) की यात्री मांग के आधार पर बनाई गई है। इससे मंगलुरु सेंट्रल-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल, सिकंदराबाद-तिरुपति और चेन्नई एग्मोर-तिरुनेलवेली रूट पर 20 कोच वाली ट्रेनें चलेंगी, जबकि बाकी चार रूटों पर 16 कोच वाली ट्रेनें उपलब्ध होंगी।
नई ट्रेनों के लिए भी रास्ता
रेलवे बोर्ड ने बताया कि इन सात ट्रेनों के अपग्रेड के बाद बची 8 और 16 कोच वाली ट्रेनों का उपयोग नई वंदे भारत सेवाएं शुरू करने में किया जाएगा। इसके अलावा बाकी 20 कोच वाली ट्रेनें लॉन्च की जाएंगी, जबकि एक 16 कोच वाली ट्रेन विस्तार के लिए तैयार रहेगी। यह कदम यात्रियों की मांग को पूरा करने और रेल नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में है।
यात्रियों को क्या फायदा?
वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी तेज गति, आरामदायक सीटों, ऑटोमैटिक दरवाजों, वाई-फाई और बायो-वैक्यूम टॉयलेट जैसी सुविधाओं के लिए जानी जाती है। कोच बढ़ने से ज्यादा यात्री इन आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। खासकर व्यस्त रूटों पर सीट की कमी की समस्या हल होगी। उदाहरण के लिए चेन्नई-तिरुनेलवेली रूट पर पहले से ही भारी मांग है और 20 कोच वाली ट्रेन इस मार्ग पर यात्रियों को बड़ी राहत देगी। बता दें कि रेलवे का यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ पहल का हिस्सा है। जिसके तहत वंदे भारत ट्रेनें चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई जाती हैं। यह न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि भारतीय रेलवे की वैश्विक साख को भी बढ़ाएगा।
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