India की ताकत से डरा Pakistan! Ishaq Dar बोले- Kashmir पर बातचीत को तैयार, लेकिन भीख नहीं मांगेंगे!
- Shubhangi Pandey
- 30 Aug 2025 08:45:55 PM
भारत की वैश्विक मंच पर बढ़ती ताकत देखकर पाकिस्तान के सुर बदल गए हैं। जापान के साथ बुलेट ट्रेन और सेमीकंडक्टर की डील, रूस के साथ मजबूत रक्षा साझेदारी और चीन में SCO समिट में दमदार उपस्थिति हर तरफ भारत की साख चमक रही है। लेकिन दूसरी ओर पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने अब बातचीत का राग अलापना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ ‘कंपोजिट डायलॉग’ के लिए तैयार है, जिसमें कश्मीर समेत सारे मुद्दों पर सम्मानजनक तरीके से बात हो सकती है। हालांकि डार ने ये भी जोड़ा कि वो “भीख मांगकर” बातचीत नहीं करेंगे। वहीं भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि बातचीत सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी पर होगी।
मुशर्रफ के दौर में शुरू हुआ था डायलॉग
कंपोजिट डायलॉग की शुरुआत 2003 में हुई थी जब परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। इस डायलॉग में दोनों देशों के बीच कश्मीर, आतंकवाद, व्यापार और पानी जैसे सभी विवादित मुद्दों को शामिल किया गया था। लेकिन 2008 के मुंबई हमलों के बाद ये प्रक्रिया ठप हो गई और दोबारा शुरू नहीं हो सकी। अब डार का ये बयान उस समय आया है, जब भारत ने हाल के टकराव में पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत का दम
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। भारत ने इसके जवाब में 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारत ने जोरदार पलटवार करते हुए कई पाकिस्तानी सैन्य अड्डों को निशाना बनाया। 10 मई को दोनों देशों ने युद्धविराम पर सहमति जताई, जिसके बाद चार दिन तक चले ड्रोन और मिसाइल हमले रुके।
डार की बयानबाजी और पाकिस्तान का दावा
इशाक डार ने दावा किया कि इस टकराव में पाकिस्तानी सेनाओं ने आसमान और जमीन पर अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भारत ने भविष्य में कोई आक्रामकता दिखाई तो पाकिस्तान समुद्र से भी जवाब देगा। डार ने ये भी कहा कि उनकी कूटनीति को दुनिया ने माना। लेकिन भारत का रुख साफ है बातचीत सिर्फ आतंकवाद और PoK पर होगी।
भारत की बढ़ती ताकत से दबाव में पाकिस्तान
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस, जापान और चीन के साथ भारत की मजबूत साझेदारी और ट्रंप की टैरिफ नीतियों के बावजूद उसकी कूटनीतिक ताकत ने पाकिस्तान को बैकफुट पर ला दिया है। SCO समिट में भारत की दमदार मौजूदगी और वैश्विक मंचों पर उसकी बढ़ती साख ने पाकिस्तान को बातचीत की मेज पर आने को मजबूर किया है। लेकिन भारत ने दोटूक कहा है कि आतंकवाद खत्म किए बिना और PoK लौटाए बिना कोई नया रास्ता नहीं खुलेगा।
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