Modi-Zelensky की फोन कॉल ने बढ़ाई चर्चा, क्या Russia--Ukraine युद्ध में बनेगा भारत शांति का नया दूत?
- Ankit Rawat
- 31 Aug 2025 03:14:00 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर भारत की सशक्त भूमिका का परिचय दिया है। हाल ही में चीन यात्रा के दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की। ये बातचीत रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बेहद अहम मानी जा रही है। इस दौरान जेलेंस्की ने पीएम मोदी को यूक्रेन में चल रहे ताजा घटनाक्रमों की जानकारी दी। मोदी ने यूक्रेन को हर तरह की मदद का भरोसा दिलाया। खास बात ये है कि मोदी जल्द ही चीन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करने वाले हैं। ऐसे में उनकी ये बातचीत वैश्विक कूटनीति में नया मोड़ ला सकती है।
जेलेंस्की ने X पर दी जानकारी
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को हाल ही में वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय नेताओं के साथ हुई चर्चा की जानकारी दी। जेलेंस्की ने साफ कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को तुरंत रोकने की जरूरत है। उनके मुताबिक जब तक यूक्रेनी शहर और गांव रूसी हमलों का शिकार हो रहे हैं तब तक शांति की बात बेमानी है। उन्होंने ये भी कहा कि पीएम मोदी के साथ उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से पहले अपनी रणनीति पर चर्चा की। जेलेंस्की ने भारत की भूमिका की तारीफ करते हुए कहा कि भारत रूस और अन्य नेताओं को सही संदेश देने के लिए तैयार है।
युद्ध खत्म करने की हो रही कोशिश
रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में कई नेता कोशिश कर रहे हैं। एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का में पुतिन और जेलेंस्की के साथ मुलाकात की थी लेकिन वो कोई ठोस नतीजा नहीं निकाल पाए। दूसरी तरफ पीएम मोदी ने पहले भी पुतिन से कई बार शांति की अपील की है। अब सवाल ये है कि क्या मोदी इस युद्ध को रोककर शांति का नया दूत बन सकते हैं? उनकी कूटनीतिक शैली और तटस्थ रुख भारत को इस मामले में अहम भूमिका दे सकता है।
खास है मोदी की ये बातचीत
मोदी की ये बातचीत इसलिए भी खास है क्योंकि वो जल्द ही पुतिन से मिलने वाले हैं। भारत की कोशिश है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत शुरू हो और युद्धविराम की दिशा में कदम बढ़े। जेलेंस्की ने भी भारत की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि भारत SCO जैसे मंचों पर और अन्य बैठकों में रूस को सख्त संदेश दे सकता है। इस युद्ध ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। आर्थिक संकट से लेकर ऊर्जा और खाद्य संकट तक इसका असर हर देश पर पड़ा है। ऐसे में भारत की ये कोशिश न सिर्फ यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया के लिए राहत की खबर हो सकती है। अब देखना ये है कि क्या पीएम मोदी की कूटनीति रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कर पाएगी और भारत वैश्विक शांति का नया प्रतीक बनकर उभरेगा।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *



