Modi-Trump ‘ब्रोमांस’ में दरार! QUAD समिट से पीछे हटे ट्रंप, Nobel की चाह बना तनाव की वजह
- Ankit Rawat
- 31 Aug 2025 03:48:13 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल के अंत में होने वाले क्वाड समिट के लिए भारत आने की योजना रद्द कर दी है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच रिश्तों में पिछले कुछ महीनों में खटास आ गई है। पहले जहां दोनों नेताओं की दोस्ती की मिसाल दी जाती थी, अब व्यापार तनाव और भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर ट्रंप के दावों ने इस रिश्ते को तनावपूर्ण बना दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने पहले पीएम मोदी को भरोसा दिया था कि वो 2025 में नई दिल्ली में होने वाले क्वाड समिट में आएंगे। लेकिन अब उनकी कोई योजना नहीं है। ये समिट भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की चौकड़ी के लिए अहम मंच है जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित है। इस खबर पर न तो भारत और न ही अमेरिका की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया है।
ट्रंप के दावों के बाद छिड़ी रार!
इस तनाव की जड़ मई में भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिन की सैन्य झड़प को लेकर ट्रंप के बार-बार किए गए दावों में छिपी है। ट्रंप ने कई बार कहा कि उन्होंने इस संघर्ष को हल किया, लेकिन भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। 17 जून को ट्रंप और मोदी के बीच 35 मिनट की फोन कॉल में ये मुद्दा और गहरा गया। ये बातचीत तब हुई जब ट्रंप कनाडा में जी7 समिट से वाशिंगटन लौट रहे थे। इस कॉल में ट्रंप ने दावा किया कि पाकिस्तान उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने वाला है और भारत को भी ऐसा करना चाहिए। लेकिन मोदी ने साफ कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में अमेरिका का कोई रोल नहीं था। ये पूरी तरह द्विपक्षीय बातचीत से हल हुआ।
दोनों नेताओं के बीच खटास बढ़ी!
ट्रंप की इस बात से नाराजगी और उनके नोबेल पुरस्कार की चाह ने दोनों नेताओं के बीच खटास बढ़ा दी। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ट्रंप ने इसके बाद कई बार मोदी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन मोदी ने जवाब नहीं दिया। इसके अलावा ट्रंप ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। सामरिक और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के रिचर्ड रोसो का कहना है कि ये टैरिफ रूस को दबाने से ज्यादा भारत को सजा देने की कोशिश है।
बता दें कि पहले ट्रंप और मोदी की जोड़ी को "ब्रोमांस" कहा जाता था। फरवरी 2025 में वाशिंगटन में दोनों ने रक्षा, ऊर्जा और तकनीक में सहयोग बढ़ाने की बात की थी। लेकिन अब ट्रंप का ये कदम भारत-अमेरिका रिश्तों पर सवाल उठाता है। खासकर तब जब मोदी शंघाई सहयोग संगठन समिट के लिए चीन जा रहे हैं जहां वो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे।
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