Indian Air Force की Karaychi के पास मेगा Drill, Pahalgam हमले के बाद Pakistan को साफ चेतावनी !
- Ankit Rawat
- 02 Sep 2025 07:28:16 PM
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। इसी बीच भारतीय वायुसेना (IAF) ने एक बड़ा कदम उठाया है। वायुसेना 2 और 3 सितंबर 2025 को अरब सागर में एक मेगा मिलिट्री ड्रिल करने जा रही है। खास बात ये है कि ये अभ्यास पाकिस्तान के कराची एयरस्पेस से सिर्फ करीब 370 किलोमीटर दूर होगा। यानी साफ है कि भारत अपने पड़ोसी को ये दिखाना चाहता है कि अगर जरूरत पड़ी तो जवाब देने में जरा भी देर नहीं होगी।
कब और कहां होगा अभ्यास?
ये दो दिवसीय सैन्य अभ्यास 2 सितंबर को सुबह 11 बजे से शुरू होगा और 3 सितंबर को दोपहर 2 बजे तक चलेगा। ये वही इलाका है जहां से पाकिस्तान की कई एयर रूट्स गुजरते हैं। इसीलिए इसे रणनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जाता है। इसी कारण से भारत ने पहले ही सिविलियन एयरलाइंस को अलर्ट कर दिया है और उन्हें अपने रूट बदलने की सलाह दी है।
NOTAM क्या होता है?
वायुसेना ने इस अभ्यास से पहले एक NOTAM जारी किया है। आसान भाषा में कहें तो ये "नोटिस टू एयरमेन" है, यानी पायलट्स और एयरलाइंस को पहले से बता दिया जाता है कि इस इलाके में भारी सैन्य गतिविधि होने वाली है। ये आमतौर पर तब किया जाता है जब किसी जगह हथियारों की टेस्टिंग, लाइव फायरिंग या बड़े पैमाने पर एयर ड्रिल होने वाली हो। इसका फायदा ये होता है कि पायलट और एयरलाइंस अलर्ट रहते हैं और सिविलियन फ्लाइट्स सुरक्षित रूट ले लेती हैं।
कौन से जेट्स और हथियार होंगे शामिल?
सूत्रों के मुताबिक इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के सबसे ताकतवर फाइटर जेट्स हिस्सा लेंगे। इनमें राफेल, सुखोई-30 MKI, मिग-29, मिराज-2000 और तेजस जैसे विमान शामिल हो सकते हैं। साथ ही ग्राउंड अटैक, प्रिसिजन बॉम्बिंग और नाइट ऑपरेशंस जैसी हाई-इंटेंसिटी मिशन भी होंगे। यानी ये सिर्फ दिखावे का अभ्यास नहीं है, बल्कि असली युद्ध जैसी स्थिति को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। कई बार वायुसेना प्रमुख खुद भी ऐसे अभियानों में शामिल होकर जवानों का हौसला बढ़ाते हैं।
पाकिस्तान के लिए क्यों खास है ये अभ्यास?
अरब सागर का ये क्षेत्र पाकिस्तान के लिए बेहद अहम है क्योंकि ये उसके एयरस्पेस और कराची पोर्ट के नजदीक है। हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। ऐसे समय में भारत का ये कदम साफ संदेश देता है कि हम सिर्फ डिफेंसिव (रक्षा में) नहीं बल्कि आक्रामक तैयारी में भी पूरी तरह सक्षम हैं।
पैटर्न क्या बता रहा है?
ये पहली बार नहीं है जब भारतीय वायुसेना ने इस तरह की हाई-लेवल ड्रिल की हो। पिछले कुछ महीनों में ही कई बार NOTAM जारी किए गए हैं। जून और जुलाई 2025 में राजस्थान बॉर्डर के पास बड़े अभ्यास हुए थे। अगस्त में LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) के नजदीक भी फौजी तैयारियां दिखाई गईं। यानी ये एक पैटर्न है, जो बताता है कि भारत हर स्थिति के लिए पहले से तैयार रहना चाहता है।
भारत का साफ संदेश
अरब सागर में होने वाला ये अभ्यास महज एक रूटीन ड्रिल नहीं है। ये पड़ोसी देशों के लिए एक सीधा संदेश है कि भारत अपनी हवाई सीमा और सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतता। पहलगाम जैसे आतंकी हमलों का जवाब सिर्फ जमीन पर ही नहीं, बल्कि हवा और समंदर से भी दिया जा सकता है। कुल मिलाकर, भारतीय वायुसेना का ये कदम देश की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के साथ-साथ ये बताने का भी तरीका है कि भारत हमेशा अलर्ट है और किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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