India बना टेक्नोलॉजी का नया हब, पहला Vikram 32-बिट प्रोसेसर लॉन्च, PM Modi को मिला तोहफ़ा
- Shubhangi Pandey
- 02 Sep 2025 07:43:03 PM
भारत ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक और बड़ी छलांग लगाई है। देश का पहला 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर "विक्रम" लॉन्च कर दिया गया है। खास बात यह है कि यह प्रोसेसर पूरी तरह से भारत में डिजाइन और तैयार किया गया है। इसे केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किया। यह तोहफ़ा उन्हें दिल्ली में शुरू हुए Semicon India 2025 सम्मेलन के मौके पर दिया गया।
अंतरिक्ष मिशनों के लिए खास
"विक्रम" प्रोसेसर साधारण चिप नहीं है, बल्कि यह खास तौर पर अंतरिक्ष मिशनों के लिए तैयार किया गया है। इसका इस्तेमाल प्रक्षेपण यानों यानी लॉन्च व्हीकल्स में होगा। अंतरिक्ष की बेहद कठिन परिस्थितियों में भी यह प्रोसेसर बिना रुके काम करेगा। यही वजह है कि इसे पूरी तरह मेक- इन- इंडिया प्रोसेसर कहा जा रहा है।
पीएम मोदी का संबोधन
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में टेक्नोलॉजी को लेकर उत्साह और भरोसा तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया को भारत की ताकत दिख रही है और बहुत जल्द भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर सामने आएगा। इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री जितिन प्रसाद और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी मौजूद रहीं।
सेमीकंडक्टर पर फोकस
Semicon India 2025 सम्मेलन 2 से 4 सितंबर तक चलेगा। इसमें तीन दिनों तक भारत के सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम और उसके भविष्य पर चर्चा होगी। इस कार्यक्रम में 48 देशों के 2,500 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इनमें 50 ग्लोबल टेक्नोलॉजी लीडर्स और 150 से ज्यादा विशेषज्ञ वक्ता भी मौजूद हैं। उम्मीद की जा रही है कि करीब 20 हजार लोग इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
देश में बन रहे बड़े चिप प्लांट
भारत अब सिर्फ टेक्नोलॉजी खरीदने वाला देश नहीं रहा, बल्कि खुद टेक्नोलॉजी बनाने वाला बन रहा है। कई भारतीय कंपनियां अब डिफेंस, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और ऊर्जा क्षेत्र के लिए एडवांस चिप्स बना रही हैं। सरकार ने जून 2023 में गुजरात के साणंद में एक बड़ा सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की मंजूरी दी थी। इसके अलावा छह राज्यों—गुजरात, असम, उत्तर प्रदेश, पंजाब, ओडिशा और आंध्र प्रदेश—में कुल 10 सेमीकंडक्टर फैक्ट्रियां लगाने की योजना है। इन परियोजनाओं में करीब 1.60 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।
भारत की तकनीकी मजबूती
विक्रम 32-बिट प्रोसेसर और नए सेमीकंडक्टर प्लांट्स भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। इससे भारत न सिर्फ अपनी ज़रूरतें पूरी करेगा बल्कि दुनिया की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भी बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरेगा। कुल मिलाकर भारत अब टेक्नोलॉजी का नया हब बनने की ओर बढ़ रहा है। "विक्रम" जैसे स्वदेशी प्रोसेसर इस बात का सबूत हैं कि आने वाले समय में भारत सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि इनोवेशन और निर्माण दोनों में दुनिया को रास्ता दिखाने वाला देश होगा।
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