Ukraine War रोकने को PM Modi का 'मास्टरस्ट्रोक'! यूरोपीय नेताओं संग गुप्त रणनीति
- Ankit Rawat
- 05 Sep 2025 12:46:50 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने के प्रयासों में जुट गए हैं। हाल ही में उन्होंने चीन दौरे के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की थी। अब पीएम मोदी ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से फोन पर बात की है। इस बातचीत में यूक्रेन युद्ध रोकने के साथ-साथ भारत-यूरोपीय संघ के रिश्तों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
व्यापार और सहयोग पर हुई बात
फोन पर हुई इस बातचीत में दोनों यूरोपीय नेताओं और पीएम मोदी ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, नवाचार, स्थिरता, रक्षा और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। नेताओं ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) को जल्द से जल्द पूरा करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई। इससे दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती मिलेगी और कारोबारी माहौल बेहतर होगा।
भारत युद्ध के खिलाफ
यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम मोदी ने साफ कहा कि भारत हमेशा से युद्ध के खिलाफ रहा है। भारत की प्राथमिकता है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा ये संघर्ष जल्द खत्म हो और शांति बहाल हो। पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि भारत इस दिशा में लगातार कोशिश कर रहा है और हर मंच पर शांति का संदेश दे रहा है।
पीएम मोदी ने दिया भारत आने का न्योता
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने दोनों यूरोपीय नेताओं को भारत आने का न्योता दिया। उन्होंने उन्हें अगले साल भारत में होने वाले यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। पीएम मोदी का मानना है कि इस शिखर सम्मेलन से भारत-यूरोप संबंधों को नई ऊंचाई मिलेगी।
यूरोपीय नेताओं का बयान
बातचीत के बाद यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि उन्हें पीएम मोदी से बात कर खुशी हुई और उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ भारत के निरंतर सहयोग का स्वागत किया। लेयेन ने कहा कि रूस को आक्रामक युद्ध खत्म करना होगा और भारत इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
युद्ध से पूरी दुनिया पर खतरा
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष ने साफ कहा कि ये युद्ध सिर्फ यूरोप ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है। इसने वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर शांति का रास्ता निकालना होगा। साथ ही उन्होंने 2026 में होने वाले अगले भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में रणनीतिक एजेंडे पर सहमति जताने की योजना का भी जिक्र किया।
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