78 साल बाद Mizoram में दौड़ी पहली ट्रेन! PM Modi की हरी झंडी के बाद सफर में आया क्रांतिकारी मोड़
- Ankit Rawat
- 13 Sep 2025 04:57:51 PM
देश को आज़ाद हुए 78 साल हो गए, लेकिन मिजोरम जैसे दूर-दराज और पहाड़ी राज्य में पहली बार ट्रेन की सीटी गूंजी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम के बैराबी से सैरंग तक बनने वाली नई रेलवे लाइन का उद्घाटन किया है। लोगों का कहना है कि ये सिर्फ रेलवे लाइन नहीं, बल्कि सपनों को दिल्ली और देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली लाइफलाइन है।
अब 10 घंटे की जगह सिर्फ 3 घंटे में पूरा होगा सफर
अभी तक सिलचर से ऐजोल तक का सफर सड़क के रास्ते 7 से 10 घंटे में पूरा होता था। लेकिन अब ट्रेन के जरिए ये दूरी सिर्फ 3 घंटे में तय की जा सकेगी। ये रेल लाइन न सिर्फ मिजोरम को असम और मेघालय से जोड़ेगी, बल्कि भविष्य में म्यांमार तक भी ले जाई जाएगी। पीएम मोदी ने जिस सैरंग स्टेशन का उद्घाटन किया, वहां से राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली तक 18 स्टॉप्स के साथ चलेगी और कुल सफर करीब 18-20 घंटे में पूरा होगा।
2014 में पीएम मोदी ने रखी थी नींव
इस रेलवे प्रोजेक्ट की कल्पना 1999 में की गई थी। लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया और अब 2025 में जाकर ये लाइन बनकर तैयार हो गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मिजोरम के करीब 12 लाख लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
कोलासिब और ऐजोल जिलों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा
इस रेल लाइन से सबसे ज्यादा फायदा कोलासिब और ऐजोल जिलों के लोगों को होगा। अब व्यापारियों को सिलचर से ट्रक या गाड़ी में सामान लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सामान ट्रेन से जल्दी और सस्ते में पहुंचेगा। इससे ना सिर्फ ईंधन बचेगा, बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। मार्केट के जानकारों के मुताबिक रोजमर्रा के सामान की कीमतों में 20 से 30% तक गिरावटआ सकती है।
बैराबी-सैरंग रेल लाइन की बड़ी खासियतें
इस रेल लाइन में कुल 142 पुल बनाए गए हैं, जिनमें 55 बड़े और 87 छोटे पुल हैं
सबसे लंबा पुल नंबर 97 है, जिसकी लंबाई 742 मीटर है
कुल 23 सुरंगें बनाई गई हैं, जो मिलाकर 13 किलोमीटर लंबी हैं
इस रूट पर बना पिलर 104 मीटर ऊंचा है जो कुतुब मीनार से भी 42 मीटर लंबा है
ब्रिज नंबर 144 भारत का दूसरा सबसे ऊंचा पिलर ब्रिज है
लाइन को भूकंप-रोधी तकनीक से बनाया गया है
भविष्य में 223 किलोमीटर तक लाइन बढ़ाकर म्यांमार तक ले जाने की योजना है
इस रेल यात्रा का टिकट सिर्फ 450 रुपये में मिलेगा
पर्यटन, रोजगार और विकास को मिलेगा बूस्ट
रेलवे के आने से मिजोरम में पर्यटन को भी बड़ा फायदा मिलेगा। अब लोग कम खर्च में ट्रेन से पहाड़ों की खूबसूरती देखने पहुंच सकेंगे। साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। छोटे व्यापारियों को सामान बेचने और लाने में अब कम खर्च आएगा। बैराबी-सैरंग रेल लाइन ने मिजोरम को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ा है। अब हर सीटी के साथ विकास की रफ्तार बढ़ेगी। ये सिर्फ एक रेल प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि पूर्वोत्तर भारत को आत्मनिर्भर और जुड़ा हुआ बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
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