कब्र से कंकाल निकालकर नाचते हैं लोग! इस देश की ये अजीब प्रथा सुनकर कांप जाएगी रूह
- Ankit Rawat
- 16 Sep 2025 01:50:29 PM
दुनिया में हर जगह लोग अपने रिश्तेदारों की मौत पर गम मनाते हैं। कब्र में दफनाने के बाद ज्यादातर लोग उस दुख को भूलकर आगे बढ़ना चाहते हैं। लेकिन मेडागास्कर का मालागासी समुदाय कुछ ऐसा करता है जो सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। वो अपने प्रियजनों के कंकालों को कब्र से निकालकर उनके साथ नाचते हैं और जश्न मनाते हैं। ये प्रथा इतनी अजीब है कि अगर कोई बाहरी इंसान इसे देख ले तो उसकी हालत खराब हो जाए। आइए जानते हैं इस अनोखी रस्म के बारे में जो दुनिया में कहीं और नहीं देखी गई।
मेडागास्कर की फामादिहाना परंपरा
मेडागास्कर के मालागासी लोग हर 5 से 7 साल में अपने रिश्तेदारों की कब्रें खोदते हैं। इस रस्म को फामादिहाना कहते हैं। वो मानते हैं कि मरने के बाद भी उनके प्रियजनों की आत्माएं उनके साथ हैं। इसीलिए वो कब्र से कंकाल निकालकर उनके साथ उत्सव मनाते हैं। जैसे ही ये रस्म शुरू होती है कब्रिस्तानों में हलचल मच जाती है। लोग अपने पूर्वजों की हड्डियों को साफ करते हैं नई चादरों में लपेटते हैं और फिर उनके साथ नाचते-गाते हैं। ये दृश्य इतना हैरान करने वाला होता है कि बाहरी लोग डर के मारे भाग खड़े होते हैं।
कंकालों के साथ नाच और खेल
फामादिहाना में लोग सिर्फ कंकाल निकालकर नाचते ही नहीं बल्कि उनकी हड्डियों के साथ खेलते भी हैं। वो हड्डियों को मोड़ते हैं और उन्हें नए कपड़ों में लपेटकर गांव में जुलूस निकालते हैं। इस दौरान ढोल-नगाड़े बजते हैं लोग गाते हैं और माहौल उत्सव जैसा हो जाता है। मालागासी समुदाय का मानना है कि ये रस्म उनके पूर्वजों की आत्माओं को खुश करती है और परिवार को आशीर्वाद मिलता है। ये परंपरा सदियों से चली आ रही है और उनके लिए ये गर्व की बात है। बाहरी लोगों के लिए ये डरावना हो सकता है लेकिन उनके लिए ये प्यार और सम्मान का तरीका है।
क्यों है ये रस्म इतनी खास
मालागासी लोग मानते हैं कि मृत्यु जिंदगी का अंत नहीं बल्कि एक नया पड़ाव है। वो अपने पूर्वजों को भुलाते नहीं बल्कि उन्हें जश्न में शामिल करते हैं। फामादिहाना में पूरा गांव इकट्ठा होता है। लोग नए कपड़े पहनते हैं खाना बनाते हैं और कंकालों को सजाकर उनके साथ समय बिताते हैं। इस दौरान परिवारवाले आपस में मिलते हैं पुरानी यादें ताजा करते हैं। उनके लिए ये रस्म दुख की नहीं बल्कि खुशी की बात है। वो मानते हैं कि इससे आत्माएं शांति पाती हैं और परिवार को सुख-समृद्धि मिलती है।
दुनिया के लिए अजूबा
मेडागास्कर की ये प्रथा दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए अजूबा है। जहां लोग मौत को दुख से जोड़ते हैं वहीं मालागासी समुदाय इसे उत्सव की तरह मनाता है। ये रस्म हमें दिखाती है कि हर संस्कृति की अपनी खासियत होती है। भले ही ये हमें डरावना लगे लेकिन उनके लिए ये अपनों से जुड़ने का तरीका है। मालागासी लोग इस परंपरा को गर्व से निभाते हैं और इसे आगे भी जारी रखेंगे।
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