इतिहास में ऐसा हुआ पहली बार, जब सिक्के पर दिखी भारत माता की तस्वीर, जानिए इसके बारे में
- Shubhangi Pandey
- 01 Oct 2025 06:08:03 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 100 रुपये का एक विशेष सिक्का और एक डाक टिकट जारी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आजादी के बाद शायद पहली बार ऐसा हुआ है जब भारतीय मुद्रा पर भारत माता की तस्वीर दिखाई गई है।
क्या खास है इस नए सिक्के में?
पीएम मोदी ने बताया कि 100 रुपये के इस सिक्के की एक तरफ राष्ट्रीय चिन्ह है, वहीं दूसरी ओर भारत माता की तस्वीर है। इस तस्वीर में भारत माता के साथ एक सिंह भी नजर आ रहा है और संघ के स्वयंसेवक समर्पण भाव से नमन करते हुए दिखाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक सिक्का नहीं है, बल्कि राष्ट्र सेवा की भावना का प्रतीक है। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक पल बताते हुए कहा कि आज का दिन हर भारतवासी के लिए गर्व करने का है।
डाक टिकट में दिखी 1963 की ऐतिहासिक झलक
बता दें कि पीएम मोदी ने सिर्फ सिक्का ही नहीं एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया । जिसकी खासियत यह है कि इसमें 1963 की गणतंत्र दिवस परेड का दृश्य दिखाया गया है। उस समय RSS के स्वयंसेवक पहली बार इस राष्ट्रीय परेड में शामिल हुए थे। टिकट में दिखाया गया है कि कैसे स्वयंसेवकों ने अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ कदमताल किया था। पीएम मोदी ने कहा कि यह डाक टिकट संघ के इतिहास और उसकी देश सेवा की भावना को दर्शाता है।
'देश सबसे पहले'
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि संघ के लिए हमेशा देश पहले रहा है। संघ खुद तपता है और दूसरों को भी तपाता है। शाखा में न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक विकास भी होता है। उन्होंने कहा कि संघ के बारे में कहा जाता है कि यहां सामान्य लोग मिलकर असामान्य कार्य करते हैं। पीएम मोदी ने बताया कि आजादी की लड़ाई में भी संघ ने अपनी भूमिका निभाई। 1942 के आंदोलन में अंग्रेजों के खिलाफ संघ के स्वयंसेवकों ने अत्याचार सहे, कई बलिदान दिए। पीएम ने कहा कि संघ को मुख्यधारा से बाहर रखने की कोशिशें भी हुईं, लेकिन संघ हमेशा राष्ट्र निर्माण में जुटा रहा।
संघ का सौ सालों का सफर
पीएम मोदी ने कहा कि ये हमारी पीढ़ी का सौभाग्य है कि संघ का शताब्दी वर्ष देखने को मिल रहा है। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को इस मौके पर शुभकामनाएं दीं और राष्ट्र सेवा के उनके संकल्प को सराहा। उन्होंने कहा कि संघ की शाखा वो जगह है जहां ‘अहम’ से ‘वहम’ तक की यात्रा होती है और इंसान अपने अंदर का अहंकार छोड़कर देश के लिए जीना सीखता है।
नवरात्रि और विजयादशमी की दी शुभकामनाएं
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और कहा कि कल विजयादशमी का पर्व है, जो अंधकार पर प्रकाश और अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है। उन्होंने इस मौके को संघ की स्थापना के साथ भी जोड़ा और कहा कि 100 साल पहले इसी महान पर्व पर RSS की नींव रखी गई थी, ये सिर्फ एक संयोग नहीं है।
बता दें कि यह समारोह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था बल्कि भारत के सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी भावनाओं की झलक भी थी। डाक टिकट और सिक्के के जरिए जो संदेश दिया गया है, वो आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा की प्रेरणा देता रहेगा।
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