Coldrif कफ सिरप बना मौत का जहर, 12 बच्चों की मौत से हड़कंप, अलर्ट मोड पर Delhi सरकार!
- Ankit Rawat
- 05 Oct 2025 02:26:25 PM
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और राजस्थान के सीकर-भरतपुर में कफ सिरप ने मासूमों की जिंदगियां छीन लीं। 3 अक्टूबर तक 12 बच्चों की मौत हो चुकी। छिंदवाड़ा में 9 बच्चे सितंबर 7 से किडनी इंफेक्शन की शिकार हुए, जबकि राजस्थान में 2 की जान गई। जांच में सामने आया कि Coldrif कफ सिरप में डायथाइलीन ग्लाइकॉल (DEG) नाम का जहरीला केमिकल मिला, जो किडनी को नुकसान पहुंचाता है। बच्चे पेशाब करने में परेशान हो गए, फिर फेलियर हो गया। केंद्र सरकार ने तुरंत सैंपल टेस्टिंग शुरू की। CDSCO ने तमिलनाडु की Sresan Pharma फैक्ट्री चेक की, जहां से ये सिरप आता है। MP और राजस्थान ने सिरप की 22 बैच बैन कर दिए। ये घटना 2023 की कफ सिरप कांड की याद दिला रही, जहां 100+ बच्चे मारे गए थे।
केंद्र की तुरंत एडवाइजरी
केंद्र सरकार ने 3 अक्टूबर को DGHS की एडवाइजरी जारी की। इसमें साफ कहा गया कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप बिल्कुल न दें। छोटी खांसी ज्यादातर अपने आप ठीक हो जाती। बड़े बच्चों को भी सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दें। एडवाइजरी ने सभी राज्यों को अलर्ट किया कि सैंपल चेक करें, फर्जी दवाओं पर नजर रखें। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि बच्चों की सेफ्टी फर्स्ट। NCDC ने सैंपल कलेक्ट किए, टेस्टिंग चल रही। तमिलनाडु ने Coldrif पर 1 अक्टूबर से बैन लगाया, केरल और MP ने भी सेल रोक दिया। ये कदम बच्चों को बचाने के लिए हैं, क्योंकि DEG किडनी को डैमेज कर देता।
दिल्ली में हाई अलर्ट
दिल्ली सरकार अब फुल अलर्ट मोड में है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने कहा कि ये मामला बच्चों की जिंदगी से जुड़ा, लापरवाही बर्दाश्त नहीं। केंद्र की एडवाइजरी को सख्ती से लागू करने के ऑर्डर दिए। सभी अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर, सुपरिटेंडेंट और CMO को निर्देश: 2 साल से छोटे बच्चों को कफ सिरप न दें। डॉक्टरों को बताया कि खांसी का इलाज सिम्पटमैटिक रखें, दवा से बचें। दिल्ली के सरकारी हॉस्पिटल्स में चेकिंग शुरू, फार्मेसी पर नजर। मंत्री ने जोर दिया कि पैरेंट्स घरेलू उपाय अपनाएं, जैसे हल्दी दूध या भाप। AQI खराब होने से खांसी बढ़ रही, लेकिन दवा पर ब्रेक। दिल्ली में अब तक कोई केस नहीं, लेकिन सतर्कता बरत रहे।
कंपनी सिरप पर 6 महीने से बैन
मंत्री ने खुलासा किया कि Coldrif सिरप की खरीद पिछले 6 महीने से बंद है। जब तक पूरी रिपोर्ट न आए, तब तक स्टॉक पर रोक। दिल्ली के वेंडर्स को ऑर्डर: पुराने स्टॉक चेक करें, डिस्ट्रॉय करें। फार्मा कंपनियों को वार्निंग कि क्वालिटी चेक फेल न हो। ये स्टेप बच्चों की हेल्थ प्रोटेक्ट करने के लिए हैं। MP CM मोहन यादव ने कहा कि कंपनी के दूसरे प्रोडक्ट्स पर भी बैन। राजस्थान ने ड्रग कंट्रोलर सस्पेंड कर दिया। दिल्ली में पैरेंट्स को हेल्पलाइन नंबर दिए: 104 पर कॉल करें।
डॉक्टरों को भी मिले सजेशन
डॉक्टरों को ये एडवाइज मिली है कि सिरप की बजाय हाइड्रेशन और रेस्ट सजेस्ट करें। पैरेंट्स के लिए टिप्स जारी किए गए हैंकि घरेलू नुस्खे अपनाएं, फर्जी दवा से बचें, माता-पिता सतर्क रहें। 2 साल से छोटे बच्चे को कफ सिरप न दें। अगर खांसी हो, तो डॉक्टर से मिलें। घर पर शहद-अदरक का काढ़ा या भाप लें।
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