चीन ने ट्रम्प को दी चेतावनी! ‘टैरिफ युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हमला करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देंगे’
- Shubhangi Pandey
- 12 Oct 2025 02:19:03 PM
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के 100% नए टैरिफ लगाने की धमकी के बीच चीन ने अपनी रणनीति बयान कर दी है। चीन ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि वो टैरिफ युद्ध को प्राथमिकता नहीं देता, लेकिन अगर उकसाया गया तो पूरी ताकत से जवाब देगा। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने ऑनलाइन जारी बयान में साफ लिखा, “हम टैरिफ युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम उससे डरते भी नहीं हैं। अगर अमेरिकी पक्ष हठपूर्वक अपने कदमों पर अड़ जाएगा, तो हम अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करेंगे।”
दुर्लभ मृदाएं बनी टकराव की वजह
टकराव की जड़ दुर्लभ मृदाओं पर नियंत्रण में है। चीन वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर हावी है , जिसमें खनन में करीब 70%, प्रसंस्करण में लगभग 90% हिस्सेदारी रखता है। नई नियमावली के तहत चीन ने उन उत्पादों पर भी निर्यात लाइसेंस अनिवार्य कर दिए हैं जिनमें थोड़ी मात्रा में दुर्लभ मृदा होती है। अमेरिका इस कदम को आर्थिक हथियार कह रहा है, जबकि चीन ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर औचित्य दिया है।
चीन का बदला: अमेरिकी जहाजों पर बंदरगाह शुल्क
टकराव की चुनाबी रणनीति में चीन ने एक कदम आगे बढ़ाया। उसने घोषणा की कि अगले हफ्ते से अमेरिकी जहाजों पर बंदरगाह शुल्क लगाया जाएगा। वाणिज्य मंत्रालय ने ये भी कहा कि नागरिक उपयोग के लिए निर्यात लाइसेंस जारी किए जाएंगे, लेकिन सैन्य उपयोग को आधार मानकर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। चीन ने आरोप लगाया है कि अमेरिका ने पहले ही कई नए प्रतिबंध लगाए हैं । चीनी कंपनियों को बिजनेस ब्लैक लिस्ट में डालना, जहाजों पर शुल्क लगाना इन कदमों को चीन ने एक पैनी चाल माना है।
कैसी होगी आगे की राह ?
डोनाल्ड ट्रम्प की धमकी और चीन की तीखी प्रतिक्रिया ने दोनों देशों के बीच जारी तनाव को फिर से उभार दिया है। इस कदम से अमेरिकी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ संभावित बैठक पर भी असर पड़ सकता है। बता दें कि दोबारा टैरिफ युद्ध शुरू हो सकता है जिसमें दोनों पक्षों की अर्थव्यवस्थाएं सीधी चोट खा सकती हैं। चीन ने स्पष्ट कर दिया है कि वो दबाव से नहीं झुकेगा, लेकिन बातचीत के दरवाज़े भी पूरी तरह बंद नहीं किए हैं।
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