NCR में दिवाली पर ग्रीन पटाखे कितने साबित हुए कारगर? क्या कहता है हवा का मिजाज
- Shubhangi Pandey
- 21 Oct 2025 12:24:29 PM
दिल्ली NCR में दिवाली की रात के बाद आज शांत माहौल देखने को मिला। रॉकेट और आतिशबाज़ी की चमक ने आसमान को जगमगा दिया। लेकिन पीछे धुंध और अतिसूक्ष्म प्रदूषकों की एक मोटी परत रह गई है। हवा धुंधली और भारी लग रही है। राष्ट्रीय राजधानी में सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 दर्ज किया गया। धुंधले आसमान ने दिवाली के बाद की हर सुबह की तरह त्योहार के बाद के उत्साह को छुपा दिया है। लेकिन इस बार ऐसा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कम प्रदूषण वाले 'ग्रीन पटाखों' के इस्तेमाल के बाद हुआ है।
दिवाली के बाद की सुबह के रिकॉर्ड साल डॉ साल
1 नवंबर, 2024
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) ke जरिए उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार दिवाली के अगले दिन सुबह 6:30 बजे दिल्ली का AQI 359 तक पहुंच गया था।
13 नवंबर, 2023
दिवाली की रात पटाखों पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन करने के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में भारी उछाल आया और धुएं की धुंध फिर से छा गई। सुबह 8 बजे AQI 438 था, जो गंभीर श्रेणी में आता है। ठीक 24 घंटे पहले दिवाली की सुबह, AQI 269 दर्ज किया गया था।
25 अक्टूबर, 2022
दिवाली के दिन बड़ी तादाद में दिल्लीवासियों ने पटाखे जलाए। जिसके बाद दिवाली के बाद की सुबह दिल्ली का AQI 315 (बेहद खराब) था।
5 नवंबर, 2021
दिल्ली में पटाखों पर लगे प्रतिबंध की धज्जियां उड़ाई गई और हवा में जहर घुल गया। जिससे AQI 454 (गंभीर श्रेणी) तक पहुंच गया। नवंबर वह समय होता है जब पराली जलाने और वाहनों से निकलने वाले धुएं समेत कई वजहों से दिल्ली की हवा खतरनाक होती है। पटाखों ने इस मौजूदा संकट को और बढ़ा दिया।
आनंद विहार स्टेशन पर वायु प्रदूषण का रुझान
आनंद विहार को राजधानी के सबसे प्रदूषित इलाकों में से एक माना जाता है। आनंद विहार में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध और ग्रीन पटाखों के रूप में छूट के दौरान वायु प्रदूषण के रुझान पर एक नज़र
2025
इस साल प्रदूषण कम होने की उम्मीद में ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई थी। आज सुबह 8 बजे आनंद विहार स्टेशन पर AQI 360 दर्ज किया गया।
2024
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बढ़कर 396 हो गया, जो गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गया।
2023
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) एक बार फिर बेहद खराब दर्ज किया गया। आंकड़ों की बात करें तो, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 312 रहा और PM 10 प्रमुख प्रदूषक रहा।
2022
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 356 दर्ज किया गया और PM 10 प्रमुख प्रदूषक रहा।
बता दें कि बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार 2014-15 में दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था। इसे लागू करने में आने वाली चुनौतियां और जनता के इसके पालन में कमी हमेशा बनी रही। साल दर साल दिवाली से पहले और बाद में दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 'बेहद खराब' से लेकर 'गंभीर' स्तर तक पहुंचता रहा है।
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