दिवाली पर भारत के लोगों के लिए प्रधानमंत्री का खास पत्र, ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र
- Shubhangi Pandey
- 21 Oct 2025 02:53:30 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली के मौके पर देशवासियों को लिखे एक पत्र में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने न केवल धर्म का पालन किया, बल्कि अन्याय का बदला भी लिया। उन्होंने 7 से 10 मई तक चले ऑपरेशन का ज़िक्र करते हुए कहा, "अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद यह दूसरी दीपावली है। भगवान श्री राम हमें धर्म का पालन करना सिखाते हैं और अन्याय से लड़ने का साहस भी देते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमने कुछ महीने पहले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखा था।"
नक्सलवाद पर बोले पीएम
इसके अलावा इस साल की दिवाली "विशेष रूप से ख़ास है क्योंकि पहली बार देश भर के कई ज़िलों में, दूरदराज के इलाकों में दीये जलाए गए।" उन्होंने आगे कहा, "ये वो ज़िले हैं जहां नक्सलवाद और माओवादी आतंकवाद का जड़ से सफ़ाया हो चुका है।" उन्होंने आगे कहा, "हाल के दिनों में हमने कई लोगों को हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होते और हमारे देश के संविधान में आस्था जताते देखा है। यह देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।" माओवादियों पर उनकी यह टिप्पणी एक निजी न्यूज चैनल पर उनके उस बयान के कुछ दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले हफ़्ते 24 घंटे के भीतर 300 से ज़्यादा विद्रोहियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने घरेलू आतंकवादी समूहों पर अपनी सरकार की कार्रवाई के बारे में बताया और इस लड़ाई की वजह से हुए खूनखराबे और हिंसा पर अपनी पीड़ा जताई।
वैश्विक संघर्षों के बीच भारत स्थिर
पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत चल रहे वैश्विक संघर्षों के बीच स्थिरता और संवेदनशीलता, दोनों का प्रतीक बनकर उभरा है। उन्होंने कहा, "हम निकट भविष्य में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर हैं। विकसित और आत्मनिर्भर भारत की इस यात्रा में एक नागरिक के रूप में हमारी प्राथमिक ज़िम्मेदारी राष्ट्र के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करना है।"
जीएसटी में सुधारों का जिक्र
उन्होंने आगे कहा कि इन ऐतिहासिक उपलब्धियों के साथ-साथ देश ने हाल के दिनों में अगली पीढ़ी के सुधारों की भी शुरुआत की है। नवरात्रि के पहले दिन जीएसटी की कम दरें लागू की गईं। इस 'जीएसटी बचत उत्सव' के दौरान, नागरिक हज़ारों करोड़ रुपये की बचत कर रहे हैं" ।
नागरिकों से स्थानीय उत्पादों को अपनाने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा, "आइए हम 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को बढ़ावा दें। आइए हम सभी भाषाओं का सम्मान करें। हम स्वच्छता बनाए रखें। हम अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। आइए हम अपने खाने में तेल का उपयोग 10% तक कम करें और योग को अपनाएं। ये सभी प्रयास हमें तेजी से 'विकसित भारत' की ओर ले जाएंगे।"
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