अमेरिकी विदेश मंत्री ने Pakistan से दोस्ती पर दिया ये बयान, भारत की कीमत पर नहीं...
- Ankit Rawat
- 27 Oct 2025 05:19:47 PM
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते मज़बूत करना चाहता है लेकिन भारत की कीमत पर नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रुबियो ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान पहले से ही आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम कर रहे हैं । लेकिन इससे भारत के साथ उसकी अच्छी दोस्ती को कोई नुकसान नहीं होगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत ने अमेरिका-पाकिस्तान की नज़दीकी पर चिंता जताई है तो रुबियो ने कहा कि भारतीय कूटनीति समझदारी भरी है। वो जानते हैं कि हमें कई देशों के साथ रिश्ते बनाए रखने हैं। कुछ देशों के साथ उनके भी रिश्ते हैं। यह एक समझदारी भरी विदेश नीति का हिस्सा है।
पाकिस्तान से रिश्तों पर दिया बयान
पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंधों के बारे में एक पत्रकार ने पूछा कि क्या यह दोस्ती इसलिए बढ़ी क्योंकि अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने में मदद की। इस पर रुबियो ने कहा, "नहीं मुझे ऐसा लगता है। हमने इससे पहले ही पाकिस्तान से बातचीत शुरू कर दी थी। हम उनके साथ रणनीतिक दोस्ती फिर से बनाना चाहते हैं। हमें लगता है कि हम कई मुद्दों पर साथ मिलकर काम कर सकते हैं।"
"भारत के साथ दोस्ती को नुकसान नहीं"
रुबियो ने कहा, "हम जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच पुराने तनाव है लेकिन हमारा काम ज़्यादा से ज़्यादा देशों के साथ दोस्ती के रास्ते तलाशना है। हम पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के ख़िलाफ़ काम करते रहे हैं और अब इसे और आगे बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन यह भारत या किसी और के साथ हमारे अच्छे संबंधों की कीमत पर नहीं होगा।" रुबियो ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि हम पाकिस्तान के साथ जो कर रहे हैं उससे भारत के साथ हमारी दोस्ती को कोई नुकसान नहीं होगा।
बता दें कि इस मई में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंध काफ़ी मज़बूत हुए हैं। ट्रंप ने 10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम कराने का दावा किया था। पाकिस्तान ने इस दावे का समर्थन किया और ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया। इस बीच जून में पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने ट्रंप के साथ एक गुप्त बैठक की। इसके बाद सितंबर में शाहबाज़ शरीफ़ और मुनीर ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में शरीफ़ ने ट्रंप को शांति दूत बताया।
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