दिल्ली एसिड अटैक मामला निकला फर्जी! छात्रा के पिता पर तीन युवकों को फंसाने की साजिश रचने का आरोप
- Shubhangi Pandey
- 28 Oct 2025 12:32:20 PM
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की एक छात्रा पर एसिड अटैक का मामला झूठा निकला है। पुलिस ने पीड़िता के पिता अकील खान को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। उसने कबूल किया कि उसने तीन युवकों को फंसाने के लिए एसिड अटैक की साजिश रची थी। ज्वलनशील पदार्थ एसिड नहीं बल्कि टॉयलेट क्लीनर था।
क्या है मामला?
दरअसल डीयू के लक्ष्मीबाई कॉलेज की 20 साल की छात्रा ने दावा किया था कि 26 अक्टूबर की सुबह अशोक विहार इलाके में कॉलेज जाते समय तीन युवकों जितेंद्र, ईशान और अरमान ने उस पर एसिड फेंका। बाद में वो मौके से फरार हो गए। छात्रा ने बताया कि जितेंद्र काफी समय से उसका पीछा भी कर रहा था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि जितेंद्र की पत्नी ने पीड़िता के पिता के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। शिकायत में कहा गया था कि अकील की फैक्ट्री में काम करने के दौरान उसका यौन शोषण किया गया था। पूछताछ में यह भी दावा किया गया है कि उसकी निजी तस्वीरें भी ली गईं।
छात्रा ने कहा- हमले में मेरे हाथ जले
छात्रा ने पहले दावा किया था कि मैं मुकुंदपुर की रहने वाली हूं। जब मैं कॉलेज जा रही थी तो जितेंद्र अपने दो साथियों ईशान और अरमान के साथ बाइक पर आया। ईशान ने अरमान को एक बोतल दी और उसने मुझ पर तेज़ाब फेंक दिया। मैंने अपना चेहरा बचाने की कोशिश की लेकिन मेरे दोनों हाथ जल गए। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। इस बीच छात्रा के भाई ने बताया कि जितेंद्र उसकी बहन का पीछा करता था। कुछ समय पहले उसकी बहन का जितेंद्र से झगड़ा भी हुआ था।
पुलिस जांच में क्या निकला?
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। जिस जगह घटना होने का दावा किया गया था वहां के सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए लेकिन बाइक सवार तीनों युवक कहीं नज़र नहीं आए। जांच में यह भी पता चला कि घटना के समय जितेंद्र अपनी पत्नी के साथ करोल बाग़ इलाके में मौजूद था। उसकी लोकेशन, कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज भी निकाले गए जिससे इसकी पुष्टि हुई।
जिस बाइक से तीनों के भागने की बात कही जा रही थी वो भी करोल बाग में मिली। तीनों युवक कहीं एक साथ नहीं दिखे। साथ ही घटनास्थल पर तेज़ाब, बोतल या कांच का कोई निशान भी नहीं मिला। पुलिस ने बताया कि लड़की अपने भाई के साथ स्कूटर से अशोक विहार आई थी। वहां से उसने ई-रिक्शा लिया और कॉलेज के मेन गेट से लगभग 300 मीटर पहले उतर गई। पुलिस ने जांच में पाया कि इतनी दूरी क्यों तय की गई इसका कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस के मुताबिक लड़की के बैग पर भी तेज़ाब के कोई निशान नहीं मिले। बैग को जब्त कर लिया गया है जिसमें एक कुर्ती थी।
ईशान और अरमान की लोकेशन आगरा में मिली
पुलिस ने यह भी बताया कि जांच में ईशान और अरमान की लोकेशन आगरा में पाई गई। उनकी मां ने इसकी पुष्टि की है। वो सभी जल्द ही दिल्ली आ रहे हैं। युवकों की मां शबनम ने बताया कि मंगोलपुरी में एक प्रॉपर्टी को लेकर अकील खान और उनके बीच विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते अकील ने 2018 में उन पर तेज़ाब से हमला किया था।
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