ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ, लेकिन फिर लिया भारत-पाक युद्ध रोकने का श्रेय
- Shubhangi Pandey
- 29 Oct 2025 03:58:15 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकने के अपने दावे को दोहराया है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ऐसा कभी नहीं करते। दक्षिण कोरिया में APEC CEO शिखर सम्मेलन में बोलते हुए ट्रंप ने कहा, "उन्होंने लड़ाई बंद कर दी। यह कैसे हुआ? क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है? अब, आपको लगता है कि बाइडेन ऐसा करते? मुझे नहीं लगता..."
'पीएम मोदी का करता हूं सम्मान'
ट्रंप ने अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि वो पीएम मोदी का बहुत सम्मान करते हैं और उनसे प्यार करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी सबसे अच्छे दिखने वाले व्यक्ति हैं। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा, "मैं भारत के साथ एक व्यापार समझौता कर रहा हूं । मैं प्रधानमंत्री मोदी का बहुत सम्मान करता हूं और उनसे प्यार करता हूं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।" उन्होंने आगे कहा, "प्रधानमंत्री मोदी सबसे अच्छे दिखने वाले व्यक्ति हैं। वह बहुत ही ज़बरदस्त हैं। वह बेहद मज़बूत हैं।"
मुनीर को बताया 'महान योद्धा'
ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की भी सराहना की। उन्होंने मुनीर को भी महान योद्धा कहा। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री एक महान व्यक्ति हैं। उनके पास एक फील्ड मार्शल है। क्या आप जानते हैं कि वह फील्ड मार्शल क्यों हैं? वह एक महान योद्धा हैं।"
भारत-पाक युद्ध रोकने का दावा दोहराया
ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में हुई घटनाओं का ब्यौरा साझा करते हुए दावा किया कि उन्होंने व्यापारिक दबाव का इस्तेमाल करके दो परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच युद्ध को रोका। ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि उनके हस्तक्षेप से एक संभावित युद्ध टल गया और दावा किया कि व्यापार समझौते वापस लेने की धमकी ने भारत और पाकिस्तान को तनाव कम करने के लिए मजबूर किया।
भारत करता रहा है अमेरिका के दावों का खंडन
हालांकि भारत लगातार यह कहता रहा है कि शांति प्रक्रिया में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। भारत सरकार के मुताबिक शत्रुता रोकने का ये निर्णय पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने अपने भारतीय समकक्ष से सीधे अनुरोध के बाद लिया गया है। हाल के महीनों में, अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंध लगातार तनावपूर्ण होते गए हैं। भारत द्वारा रूसी तेल की निरंतर खरीद के जवाब में वाशिंगटन ने भारतीय निर्यात पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया, यह तर्क देते हुए कि यह आयात "रूस की युद्ध मशीन को ईंधन दे रहा है।" परिणामस्वरूप, अमेरिकी बाजार में प्रवेश करने वाले भारतीय सामानों पर अब कुल 50% शुल्क लगेगा।
बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मलेशिया के कुआलालंपुर में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और चल रही व्यापार वार्ता पर चर्चा की।
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