ऑपरेशन सिंदूर: भारत की बहुक्षेत्रीय युद्ध ताकत का बड़ा खुलासा, कर्नल सोफिया ने युवाओं को किया डिजिटल युद्ध के लिए तैयार
- Shubhangi Pandey
- 01 Nov 2025 04:05:26 PM
नई दिल्ली में मानेकशॉ सेंटर में हुए चाणक्य रक्षा संवाद में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की बहुक्षेत्रीय युद्ध क्षमता को साबित किया। उन्होंने कहा कि भविष्य के युद्ध ज़मीन, हवा, साइबर और सूचना के क्षेत्र में एक साथ लड़े जाएंगे और भारत ने इसका बेहतरीन प्रदर्शन किया।
आतंकवादियों पर सटीक कार्रवाई
कर्नल सोफिया ने बताया कि ये ऑपरेशन 7 मई 2025 को शुरू हुआ था और यह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था। इस दौरान पाकिस्तान और पीओके में 9 प्रमुख आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया। ऑपरेशन के तहत जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के वरिष्ठ कमांडरों को भी समाप्त किया गया। अभियान 10 मई को सफलतापूर्वक खत्म हुआ।
सूचना युद्ध और डिजिटल सतर्कता की जरूरत
कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन के दौरान सूचना युद्ध भी चलाया। उन्होंने युवाओं को डिजिटल साक्षरता बढ़ाने और फर्जी खबरों व गलत सूचनाओं के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। उनका कहना था कि अब युद्ध केवल बंकरों और गोलियों से नहीं बल्कि बाइट्स और बैंडविड्थ से भी लड़ा जाता है।
युवा शक्ति और आधुनिक तकनीक
कर्नल सोफिया ने कहा कि भारतीय सेना आईआईटी और डीआरडीओ के सहयोग से युवा अधिकारियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा और नई तकनीकों का प्रशिक्षण दे रही है। उन्होंने युवाओं को बताया कि भारत की 35 साल से कम उम्र की 65% आबादी देश की सबसे बड़ी ताकत है और राष्ट्रीय सुरक्षा व नवाचार में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
बच्चों की एबीसी से युवाओं को संदेश
युवा भारतीयों को प्रेरित करने के लिए उन्होंने बच्चों की एबीसी बताई- चुस्त और सतर्क, साहसी और बहादुर, सक्षम और चरित्रवान, ज्ञान और नवाचार, अनुशासन और गतिशीलता, ईमानदार और योगदानकर्ता। उन्होंने कहा कि हर भारतीय चाहे सैनिक हो, शिक्षक हो, कोडर या डिज़ाइनर, देश के मजबूत भविष्य में योगदान दे सकता है।
24 मिनट में 9 आतंकवादी ठिकाने किए थे नष्ट
रक्षा सूत्रों के अनुसार रॉ और एनटीआरओ से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर 21 आतंकवादी ठिकानों की पहचान हुई थी। इनमें से 9 प्रमुख ठिकानों पर हमला सिर्फ 24 मिनट में किया गया। इन ठिकानों में बहावलपुर में जैश का मुख्यालय, मुजफ्फराबाद में लश्कर का अड्डा और कोटली में प्रशिक्षण शिविर शामिल थे।
'युवा ही भविष्य के प्रहरी'
कर्नल सोफिया ने कहा कि दुनिया में आज लगभग 53 संघर्ष चल रहे हैं जहां युवा ड्रोन, साइबर और संज्ञानात्मक रणनीतियों से युद्ध का नया चेहरा बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के युवा सिर्फ आज के सैनिक नहीं बल्कि भविष्य के प्रहरी भी हैं।
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