डर और पैनिक में आतंकी डॉक्टर ने Delhi आकर उड़ाई कार, Faridabad Module से जुड़ा बड़ा राज
- Ankit Rawat
- 12 Nov 2025 03:10:49 PM
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर सोमवार को हुए कार बम विस्फोट मामले में हर घंटे नए राज खुल रहे हैं. जांच एजेंसियों की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस धमाके को डॉक्टर उमर मोहम्मद ने अंजाम दिया था. वो फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का हिस्सा था और पुलिस की छापेमारी के दौरान बचकर भाग निकला था. डर और घबराहट में उमर विस्फोटक से भरी आई-20 कार लेकर दिल्ली पहुंचा और फिर लाल किला के पास धमाका कर दिया.
दिल्ली के पॉश इलाकों पर था नजर
जांच में सामने आया है कि डॉक्टर उमर का निशाना सिर्फ लाल किला नहीं था. उसके टारगेट पर दिल्ली के कई बड़े पॉश इलाके भी थे. आई-20 कार के जरिए उमर ने इन इलाकों की रेकी की थी. अब पुलिस इन जगहों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि पता चल सके कि उमर किस इलाके में-किस मकसद से गया था. सूत्रों का कहना है कि वो दिल्ली में किसी बड़े हमले की फिराक में था, लेकिन घबराहट में ब्लास्ट वक्त से पहले हो गया.
अल फलाह यूनिवर्सिटी से निकली ‘मौत की कार’
एजेंसियों की जांच के मुताबिक 29 अक्टूबर को खरीदी गई ये आई-20 कार कई दिनों तक फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में खड़ी रही. 10 नवंबर की सुबह वो कार पहली बार वहां से निकली और 8 बजे के बाद बदरपुर बॉर्डर पार कर दिल्ली में दाखिल हुई. उसके बाद वो अलग-अलग इलाकों में घूमती रही. सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि कार कनॉट प्लेस, मयूर विहार और साउथ-ईस्ट दिल्ली के कई हिस्सों में देखी गई थी.
क्या भीड़भाड़ वाला इलाका था निशाना?
सवाल ये है कि डॉक्टर उमर कई घंटों तक दिल्ली में घूमता रहा, तो क्या वो किसी खास भीड़भाड़ वाले इलाके की तलाश में था? एजेंसियों का कहना है कि उमर किसी बड़ी साजिश को अंजाम देना चाहता था. लेकिन जब प्लान फेल हुआ या विस्फोटक समय से पहले सक्रिय हो गया तो कार लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ही उड़ गई.
CCTV में दिखा घबराया उमर
धमाके से पहले का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें उमर मोहम्मद बेहद घबराया और बदहवाश नजर आ रहा है. ऐसा लग रहा था जैसे कुछ गलत हो गया हो. इसी वजह से एजेंसियां इस संभावना पर भी जांच कर रही हैं कि कहीं ब्लास्ट एक्सीडेंटली तो नहीं हुआ. हालांकि, अब तक मिले सबूत इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि ये हमला सुनियोजित था.
एनआईए कर रही है जांच
इस पूरे केस की जांच अब एनआईए के हवाले कर दी गई है. एजेंसियां कार की मूवमेंट, फरीदाबाद टेरर नेटवर्क और डॉक्टर उमर के विदेशी कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही हैं. माना जा रहा है कि इस ब्लास्ट का लिंक हाल ही में फरीदाबाद से मिले 2500 किलो विस्फोटक से भी जुड़ा हो सकता है.
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