Sambhal Demography Crisis: आचार्य प्रमोद कृष्णम का बड़ा बयान- ‘हिंदुओं का पलायन दुर्भाग्यपूर्ण, Sambhal को जिन्ना के अनुयायियों ने बनाया गुलाम’
- Ankit Rawat
- 28 Aug 2025 07:53:58 PM
उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर 2024 की हिंसा के बाद गठित तीन सदस्यीय न्यायिक समिति ने 450 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी. इस रिपोर्ट में संभल की जनसांख्यिकी में बदलाव और हिंदू आबादी के 45% से घटकर 15-20% होने का चौंकाने वाला खुलासा हुआ. इस पर श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने गहरा दुख जताया और इसे देश की आजादी के बाद का सबसे बड़ा दुर्भाग्य बताया है.
‘हिंदुओं का पलायन दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई’
एक बातचीत में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “हिंदू आबादी का 15% तक सिमटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ, लेकिन संभल कुछ लोगों की गुलामी में रहा.” उन्होंने आरोप लगाया कि जिन्ना को आदर्श मानने वाले नेताओं ने संभल पर हुकूमत की. ये लोग विधायक, मंत्री और सांसद बने, जिनकी नीतियों ने हिंदुओं को पलायन के लिए मजबूर किया. 1947 में संभल में 45% हिंदू और 55% मुस्लिम आबादी थी लेकिन बार-बार दंगों (1948, 1978, 1992 आदि) ने हिंदुओं को शहर छोड़ने पर विवश किया.
सपा पर गंभीर आरोप
आचार्य ने समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और उनके पोते जियाउर रहमान बर्क पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बर्क परिवार ने संभल को अपनी जागीर समझा और श्री कल्कि धाम के निर्माण पर भी रोक लगाई. 24 नवंबर की हिंसा को उन्होंने सपा की साजिश बताया. साथ ही कहा कि बर्क के भड़काऊ बयान ने आग में घी का काम किया. रिपोर्ट में भी बर्क के बयान, “हम इस देश के मालिक हैं, गुलाम नहीं,” को हिंसा का ट्रिगर माना गया.
संभल का पौराणिक महत्व
आचार्य ने बताया कि संभल का जिक्र स्कंद पुराण, भागवत पुराण और कल्कि पुराण में है. जहां भगवान विष्णु का अंतिम अवतार श्री कल्कि प्रकट होंगे. इसीलिए 19 फरवरी 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने श्री कल्कि धाम का शिलान्यास किया. लेकिन सपा सरकार में निर्माण पर रोक और स्थानीय विरोध के कारण लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी गई. 2023 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निर्माण की अनुमति दी.
क्या है रिपोर्ट में?
रिपोर्ट में 1947 से अब तक 15 सांप्रदायिक दंगों का इतिहास, हिंदू पलायन और अवैध हथियारों-नशीले पदार्थों के नेटवर्क का खुलासा हुआ. इसमें बताया गया है कि योगी सरकार ने 1,000 से ज्यादा अतिक्रमण हटाकर 68 हेक्टेयर जमीन मुक्त की, जिसमें 35 अवैध धार्मिक संरचनाएं भी शामिल हैं.
आचार्य प्रमोद ने कहा कि संभल की सच्चाई सामने आएगी जो देश को झकझोर देगी. बहरहाल हिंदू-मुस्लिम सौहार्द को बनाए रखते हुए ऐतिहासिक सत्य को उजागर करना जरूरी है. क्या यह मामला यूपी की सियासत में नया तूफान लाएगा यह देखना बाकी है.
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