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CP Radhakrishnan बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति, जानें कितने वोटों की सुनामी में डूबे Sudarshan Reddy

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जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने के बाद से उपराष्ट्रपति चुनाव में हलचल तेज हो गई थी. देशभर की निगाहें इस चुनाव पर टिकी थीं और अब इंतजार खत्म हो चुका है. भारत को अपना नया उपराष्ट्रपति मिल गया है. एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे सीपी राधाकृष्णन ने इस चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है. वहीं विपक्षी दलों के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को हार का सामना करना पड़ा.

कितने पड़े वोट, किसे मिले कितने?
उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 767 सांसदों ने वोट डाले. इनमें से 752 वोट वैध माने गए जबकि 15 वोट अमान्य साबित हुए. सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट पड़े. वहीं सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले. यानी राधाकृष्णन ने अपने प्रतिद्वंदी को 152 वोटों के बड़े अंतर से शिकस्त दी. संसद के दोनों सदनों में कुल 788 सीटें हैं, लेकिन इनमें से 7 सीटें इस समय खाली हैं. इसलिए 781 सांसदों को वोट डालना था. इनमें से 13 सांसदों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. बीजेडी के 7, बीआरएस के 4, अकाली दल के 1 और निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने वोटिंग से दूरी बनाई. इसके बावजूद करीब 98.20 प्रतिशत मतदान हुआ, जो इस चुनाव की गंभीरता को दिखाता है.

जीत के बाद लगी बधाइयों की झड़ी
चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर सीपी राधाकृष्णन को विजेता घोषित कर दिया. इसके बाद वो सीधे केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के घर पहुंचे. यहां बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने की भी खबर है. इस मौके पर गिरिराज सिंह, किरन रिजिजू, अर्जुनराम मेघवाल, राम मोहन नायडू और संजय झा समेत कई दिग्गज नेताओं ने राधाकृष्णन को जीत की शुभकामनाएं दीं.

क्यों खास है ये चुनाव
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद खाली हो गया था. इसके चलते ये चुनाव बेहद अहम माना जा रहा था. एनडीए उम्मीदवार के रूप में सीपी राधाकृष्णन पर सभी की नज़रें थीं और उन्होंने शानदार बहुमत हासिल कर विपक्ष को पीछे छोड़ दिया. उनकी जीत ने न सिर्फ एनडीए की ताकत को और मज़बूत किया है बल्कि आने वाले राजनीतिक समीकरणों को भी नया मोड़ दे दिया है.

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