Azam Khan को 40वीं जमानत, फिर भी बाहर आना मुश्किल? समझिए पूरा खेल
- Ankit Rawat
- 19 Sep 2025 01:29:04 PM
सपा नेता आज़म खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से एक और बड़ी राहत मिली है। रामपुर के क्वालिटी बार केस में उन्हें जमानत मिल गई। ये उनका 40वां केस है जिसमें बेल मिली है। माना जा रहा था कि अब जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो जाएगा। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। क्योंकि प्रशासन की तरफ से पुराने केस में नई धाराएं जोड़ने की तैयारी हो रही है। ऐसे में जमानत के बाद भी उनकी रिहाई फिलहाल टलती दिख रही है।
पुराने केस का नया पेंच
आज़म खान के लिए राहत की खबर उनके समर्थकों को खुश तो कर रही है, लेकिन तस्वीर उतनी आसान नहीं है। प्रशासन ने साफ संकेत दिए हैं कि “शत्रु संपत्ति” केस में अब धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। ये मामला जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन से जुड़ा है जिस पर काफी समय से सुनवाई चल रही है। अब जब आज़म खान को तकरीबन सभी मामलों में जमानत मिल गई, तभी अचानक इस केस में नया मोड़ आ गया है। अगर अदालत नई धाराओं को स्वीकार कर लेती है तो उनकी रिहाई एक बार फिर अटक सकती है। यानी जेल से बाहर आने का रास्ता अभी भी आसान नहीं है।
40वीं जमानत लेकिन बाहर निकलना मुश्किल
आज़म खान के खिलाफ अब तक दर्ज मामलों की लिस्ट लंबी रही है। उन्होंने धीरे-धीरे ज्यादातर केसों में बेल हासिल कर ली है। क्वालिटी बार वाले केस में भी उन्हें राहत मिली है, लेकिन प्रशासन की रणनीति साफ है कि किसी न किसी पुराने केस को नए सिरे से खड़ा किया जाए ताकि उनकी रिहाई रोकी जा सके। यही वजह है कि तमाम जमानत के बाद भी उनकी जेल से बाहर निकलने की संभावना धुंधली पड़ रही है।
यूपी की सियासत में दूसरी हलचल
इस बीच यूपी की सियासत में एक और बड़ा विवाद सामने आया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बीच तकरार खुलकर सामने आ गई है। गाजीपुर में थाने के अंदर पीला गमछा पहने राजभर समर्थक का महिला कांस्टेबल से उलझने का वीडियो वायरल हुआ। इस पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि गमछा पहनने से कुछ नहीं होता। ये बयान सीधे तौर पर राजभर पर हमला माना गया।
राजभर का पलटवार
अखिलेश के तंज पर राजभर ने भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि सैकड़ों कार्यकर्ता थाने गए थे, उनमें से एक युवा भावनाओं में बहकर फोटो खिंचाने की कोशिश में आगे बढ़ गया और मामला बिगड़ गया। राजभर ने इसे कार्यकर्ता की नासमझी बताया और कहा कि अगर सैकड़ों लोग मिलकर ऐसा करते तो वो बड़ी घटना होती, लेकिन एक युवक के कारण इसे मुद्दा बनाना गलत है।
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