23 महीने बाद Azam Khan की रिहाई, Sitapur जेल से सीधे Rampur, Azam की वापसी ने हिला दी सियासत!
- Ankit Rawat
- 23 Sep 2025 01:42:42 PM
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान करीब 23 महीने बाद जेल से रिहा हो गए। आजम खान जब सीतापुर जेल से बाहर निकले तो बाहर उनका जबरदस्त स्वागत हुआ। भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ मौजूद थी। मीडिया के कैमरे चारों तरफ से घेरे हुए थे लेकिन आजम खान ने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। वो बस मुस्कुराते रहे और अपनी गाड़ी में बैठकर सीधा रामपुर के लिए रवाना हो गए।
जेल के बाहर दिखी भारी हलचल
जैसे ही आजम खान की रिहाई की खबर आई, सीतापुर जेल के बाहर हलचल तेज हो गई। समर्थकों की भीड़ बढ़ने लगी, सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई। सफेद रंग की कार में जब आजम खान बाहर निकले तो माहौल पूरी तरह से भावुक हो गया। कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे और कई लोग तो उन्हें देखकर रो पड़े। आजम खान बिना कुछ बोले गाड़ी में बैठे और हाथ जोड़ते हुए रवाना हो गए।
आजम पहले से मौजूद था बेटा अदीब
आजम खान के बेटे अदीब आजम पहले से ही सीतापुर जेल पहुंचे थे। उन्होंने अपने पिता को रिसीव किया। अदीब सफेद शर्ट और नीली जींस में जेल पहुंचे और मीडिया की नजरों में आ गए। पिता की रिहाई को लेकर उनके चेहरे पर सुकून दिखा लेकिन वो भी ज्यादा कुछ नहीं बोले।
सपा सांसद रुचि वीरा का बड़ा बयान
आजम खान की रिहाई से पहले सपा सांसद रुचि वीरा भी सीतापुर जेल पहुंचीं। उन्होंने कहा कि आजम खान एक बड़े नेता हैं और ऐसी शख्सियत को हर पार्टी अपने साथ जोड़ना चाहेगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या आजम अब बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) का रुख कर सकते हैं, तो उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए कहा कि ये सब आजम खान के बाहर आने के बाद ही साफ होगा। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से आजम की दूरी के सवाल पर भी उन्होंने कहा कि सभी बड़े नेता उनसे मिलने पहुंचे हैं और कोई खटास नहीं है।
कोर्ट का किया शुक्रिया अदा
रुचि वीरा ने मीडिया से बातचीत में न्यायपालिका का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि आजम खान को इंसाफ मिला है और अब वो बाहर आकर फिर से अपनी राजनीतिक सक्रियता पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि ये रिहाई उनके समर्थकों के लिए राहत की खबर है।
फिर से सक्रिय होंगे आजम खान?
आजम खान की रिहाई के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि वो क्या करेंगे। क्या वो समाजवादी पार्टी में रहेंगे या फिर किसी नई राजनीतिक राह पर चलेंगे। उनके बीएसपी में जाने की अटकलें तेज हैं लेकिन खुद आजम खान ने अब तक कुछ नहीं कहा है। उनकी चुप्पी के पीछे बड़ी रणनीति मानी जा रही है।
रामपुर में जश्न जैसा माहौल
आजम खान की रिहाई की खबर मिलते ही रामपुर में जश्न जैसा माहौल बन गया। घरों में मिठाइयां बांटी गईं और समर्थकों ने ढोल नगाड़े बजाकर खुशी जाहिर की। रामपुर में आजम खान की मजबूत पकड़ मानी जाती है और उनकी वापसी को राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है।
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